मन की बात में पीएम मोदी ने बढ़ते कोरोना से सावधान रहने को कहा
New Delh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, 25 दिसंबर को अपने खास रेडियो प्रोग्राम मन की बात में इस साल का आखिरी संबोधन दिया. पीएम के खास प्रोग्राम का आज 96वां एडिशन था. 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने प्रोग्राम को लेकर लोगों से सुझाव भी मांगा था.
प्रधानमंत्री ने मन की बात में जी-20 की अध्यक्षता के संबंध में भी बात की. उन्होंने इस मौके को भारत के लिए एक अवसर बताया. प्रधानमंत्री ने साल का आखिरी मन की बात ऐसे समय में की है जब पड़ोसी देश चीन में कोरोना से हाहाकार मची है. इसका खतरा भारत पर भी मंडरा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 में कई उपलब्धियों को याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 खास इसलिए भी रहा क्योंकि इस साल भारत ने आजादी के अमृत महोत्सव मनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 96वें संस्करण में ‘क्रिसमस’ की शुभकामनाएं दीं और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेटी को श्रद्धांजिली भी दी.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण का एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है. प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में लोगों से सावधान रहने की सलाह दी. उन्होंने मास्क लगाने और एहतियात बरतने की सलाह दी. मन की बात में पीएम मोदी ने कहा, “हम देख रहे हैं कि दुनिया के कई देशों में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं. हमें सावधान रहने, मास्क पहनने और हाथ धोने की जरूरत है.”
‘मन की बात’ के साल के आखिरी एडिशन में पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद करते हुए कहा कि “भारत रत्न और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि.” पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी शिक्षा, विदेश नीति और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र सहित हर क्षेत्र में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस साल भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता की जिम्मेदारी भी मिली है. मैंने पिछली बार भी इस पर विस्तार से चर्चा की थी. प्रधीनमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 में हमें G-20 के उत्साह को नई ऊंचाईयों तक ले जाना है.
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि साक्ष्य-आधारित मेडिसिन के युग में, योग और आयुर्वेद अब आधुनिक युग की कसौटी पर खरे उतर रहे हैं… टाटा मेमोरियल सेंटर द्वारा किए गए एक गहन शोध से पता चला है कि योग ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों के लिए बहुत प्रभावी हैं.” पीएम मोदी ने मन की बात में अपने संबोधन में देश के लोगों से आयुर्वेद को जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कल 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ है और मुझे इस अवसर पर दिल्ली में साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी की शहादत को समर्पित कार्यक्रम में हिस्सा लेने का सौभाग्य प्राप्त होगा. देश का बलिदान, साहिबजादे और माता गुजरी हमेशा याद रहेगी.”
पीएम मोदी ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, हमने स्वास्थ्य क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों पर काबू पाया है. हमने भारत से चेचक और पोलियो जैसी बीमारियों को मिटा दिया है. अब काला अजार रोग भी समाप्त हो जाएगा. यह बीमारी अब केवल बिहार और झारखंड के चार जिलों में है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “नमामि गंगे मिशन ने जैव विविधता में सुधार करने में भी मदद की है. ‘स्वच्छ भारत मिशन’ हर भारतीय के दिमाग में मजबूती से स्थापित हो गया है. स्वच्छता की विरासत को अब सभी भारतीय एक साथ आगे बढ़ा रहे हैं.”
साल के अपने आखिरी मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 अद्भुत रहा. भारत ने आजादी के 75 साल पूरे किए जबकि ‘अमृत काल’ शुरू हुआ. भारत ने तेजी से प्रगति की और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया.
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के जरिए इस साल के अपने आखिरी संबोधन को खत्म करते हुए कहा, “अगली बार हम साल 2023 में मिलेंगे. मैं आप सभी को साल 2023 की शुभकामनाएं देता हूं. ये साल भी देश के लिए खास हो.” पीएम मोदी ने कहा कि “देश नई ऊंचाइयों को छूता रहे, हमें मिलकर एक संकल्प लेना है और उसे साकार करना है.”
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