गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद कंझावला केस में 11 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, सस्पेंड
New Delhi: दिल्ली के कंझावला केस में रोहिणी जिले में तैनात पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.अंजलि को 12 किलो मीटर तक घसीटे जाने के मामले में रोहिणी जिले में तैनात 11 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. सभी सस्पेंड पुलिसकर्मी रोहिणी पीसीआर वैन में तैनात थे. पुलिस की रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय की तरफ से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. PCR वैन में तैनात सभी 11 पुलिसकर्मियों को अब सस्पेंड कर दिया गया है.
इससे पहले गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को तीन पीसीआर वैन में तैनात सभी कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था. नए साल के मौके पर कंझावला कांड और लापरवाही के मामले में आज 11 और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. सभी सस्पेंड पुलिसकर्मी रोहिणी जिले में तैनात हैं, जो कंझावला इलाके की देखरेख करते हैं. यहीं पर अंजलि की दर्दनाक मौत हुई थी.नए साल के मौके पर अंजलि की मौत के बाद दिल्ली समेत देशभर में आक्रोश का माहौल पैदा हो गया. गुजरात से फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को सबूत और सैंपल इकट्ठा करने के लिए बुलाया गया.
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को तीन पीसीआर वैन व दो पिकेट में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था. अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को पीसीआर वैन, जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया. विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति द्वारा एक रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई.अधिकारियों ने कहा था कि उस रात ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी.अब घटना वाली रात ड्यूटी पर तैनात 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दायर करने का निर्देश दिया ताकि दोषियों को सजा मिल सके.साथ दिल्ली पुलिस को ये भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया कि जांच में कोई शिथिलता न हो और वे जांच की प्रगति के संबंध में गृह मंत्रालय को पाक्षिक रिपोर्ट सौंपे.साथ ही कहा गया कि राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए भी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि लोग, खासकर महिलाएं और बच्चे भयमुक्त माहौल में रह सकें.
बता दें कि नए साल से पहले अंजलि की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी, जिसके बाद वह कार में फंस गई थी. लड़की को आरोपी करीब 12 किलामीटर तक सड़कों पर घसीटते रहे, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार पांच लोगों के साथ ही उनके कई साथियों को गिरफ्तार किया गया था.