मुंबई में पीएम मोदी ने कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन, मुंबई मेट्रो में किया सफर
मुंबई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को अपने मुंबई के दौरे पर यहां बुनियादी ढांचे के विकास, शहरी यात्रा को सुगम बनाने तथा स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के उद्देश्य से 38,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्र को लगभग 12,600 करोड़ रुपये लागत वाली मुंबई मेट्रो रेल लाइन 2ए और 7 भी समर्पित किया. इस दौरान उन्होंने मेट्रो में सफर का लुत्फ उठाया.
दहिसर (पूर्व) और डीएन नगर (येलो लाइन) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 2ए लगभग 18.6 किलोमीटर लंबी है, जबकि अंधेरी (पूर्व) एवं दहिसर (पूर्व) (रेड लाइन) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 7 लगभग 16.5 किलोमीटर लंबी है. दिलचस्प बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ही 2015 में इन लाइन की आधारशिला रखी थी.
प्रधानमंत्री ‘मुंबई 1 मोबाइल ऐप’ और ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1)’ (एनसीएमसी) की भी शुरुआत की. यह मोबाइल ऐप की मदद से यात्रा सुगम होगी. इसे मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर दिखाया जा सकता है और इससे यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीदने के लिए डिजिटल भुगतान में सहायता मिलेगी.
कार्ड शुरू में मेट्रो गलियारों में इस्तेमाल किया जाएगा और बाद में स्थानीय ट्रेनों एवं बसों सहित सार्वजनिक परिवहन के अन्य वाहनों तक इसका बड़े पैमाने पर विस्तार किया जा सकता है. यात्रियों को कई कार्ड या नकदी ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी. एनसीएमसी कार्ड त्वरित एवं संपर्क रहित डिजिटल लेनदेन को सक्षम करेगा व प्रक्रिया सरल होगी.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार न्यू इंडिया के बड़े सपने हैं और उन्हें साकार करने का हौसला है। वरना पिछली सदी का एक लंबा दौर ऐसा रहा है जो गरीबी की चर्चा और विदेशियों से मदद मांगने में खो गया। उन्होंने कहा कि मुंबई के लिए बेहद जरूरी मेट्रो हो, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के आधुनिकीकरण का काम हो, सड़कों में सुधार का बहुत बड़ा प्रोजेक्ट हो और बाला साहेब ठाकरे जी के नाम से आपला दवाखाने की शुरुआत हो, ये मुबंई शहर को बेहतर बनाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। मोदी ने कहा कि भारत को लेकर दुनिया में इतनी सकारात्मकता इसलिए है क्योंकि आज सभी को लगता है कि भारत अपने सामर्थ्य का बहुत ही उत्तम तरीके से सदुपयोग कर रहा है। आज भारत अभूतपूर्व आत्मविश्वास से भरा हुआ है।
मोदी ने कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए आने वाले धन को बिचौलियों द्वारा हड़प लिया जाता था। पिछले 8 वर्षों में हमने इस दृष्टिकोण को हटा दिया है और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाकर भविष्यवादी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में हमारे शहरों की भूमिका सबसे अहम है। वर्ष 2014 तक मुंबई में केवल 10-11 किलोमीटर तक मेट्रो चलती थी लेकिन हमारी डबल इंजन की सरकार ने मेट्रो के काम को अभूतपूर्व गति दी है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं आज उथल-पुथल में हैं जबकि भारत 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन देना जारी रखे हुए है। वैश्विक मंदी के बीच भी, भारत ने बुनियादी ढांचे में निवेश करना जारी रखा है, जो एक विकसित राष्ट्र होने की दिशा में उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।