राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुमार मंगलम बिरला को पद्म भूषण से किया सम्मानित, राकेश झुनझुनवाला को मरणोपरांत पद्मश्री
New Delhi: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2023 के लिए अलग अलग क्षेत्रों से कई लोगों को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित किया है. उद्योगजगत से इस बार तीन लोगों को पद्म अवॉर्ड दिए गए हैं जिसमें दो मरणोपरांत है. आदित्य बिरला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला को पद्म भूषण, भारतीय शेयर बाजार के वॉरेन बफेट माने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला मरणोपरांत पद्मश्री और रसना के फाउंडर रहे अरीज पिरोजशॉ खंबाटा को भी मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.
राष्ट्रपति भवन में पद्म अवॉर्ड दिए जाने को लेकर हुए कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कुमार मंगलम बिरला को पद्म भूषण के सम्मान से सम्मानित किया है. उन्हें व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है. कुमार मंगलम बिरला एक भारतीय अरबपति व्यवसायी और आदित्य बिरला ग्रुप के चैयरमेन हैं. वे बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के चांसलर और आईआईएम अहमदाबाद के चैयरमेन भी हैं. सीमेंट, एल्युमिनियम, रिटेल से सेक्टर टेलीकॉम और फाइनैंशियल सेक्टर में समूह मौजूद है.
राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को मरणोपरांत पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित किया गया है. राकश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने राष्ट्रपति से ये सम्मान प्राप्त किया. राकेश झुनझुनवाला को ये सम्मान व्यापार और उद्योग के क्षेत्र के लिए दिया गया है. राकेश झुनझुनवाला की बीते साल 14 अगस्त को मृत्यु हो गई थी. झुनझुनवाला को भारत का वारेन बफेट और बिग बुल” कहा जाता था. उन्हें व्यापक रूप से अपने शेयर बाजार की भविष्यवाणी के लिए जाना जाता था. अपने मृत्यु के ठीक पहले भी उन्होंने सिंगर इंडिया में निवेश का फैसला किया था.
रसना के फाउंडर रहे अरीज पिरोजशॉ खंबाटा को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. नवंबर 2022 में उनका निधन हो गया था. साल 1976 में अरीज पिरोजशॉ खंबाटा ने रसना कंपनी की नींव रखी थी. पिरोजशॉ खंबाटा 1970 के दशक में महंगी कोल्ड ड्रिंक्स के विकल्प के तौर पर रसना को लेकर आए थे. कुछ ही समय में यह ड्रिंक लोकप्रिय हो गई. इस समय रसना को दुनिया के 60 देशों में बेचा जाता है. रसना इसलिए भी लोकप्रिय हुई क्योंकि केवल एक रुपये में ये मिलता है.