हिंसा के बाद नूंह में 28 अगस्त को फिर से शोभायात्रा निकालने की तैयारी, पलवल महापंचायत में ऐलान

Hariyana: हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद वहां पर स्थिति अभी भी पूर्ण रूप से सामान्य नहीं हो सकी है. लेकिन हिंसा को लेकर नूंह से सटे पलवल जिले में बुलाई गई महापंचायत में मांग की गई है कि दंगों में मारे गए लोगों के परिजनों को 1-1 करोड़ मुआवजे के साथ-साथ सरकारी नौकरी भी दी जाए. साथ ही मामले की NIA जांच की मांग उठाई गई है. यह भी ऐलान किया गया कि अधूरी यात्रा को नूंह में 28 अगस्त को पूरी की जाएगी.

पलवल महापंचायत के बाद कमेटी की ओर से अखिल भारतीय किसान यूनियन के रतन सिंह शोराण ने कहा कि धार्मिक संगठनों के लोगों ने पंचायत से अनुरोध किया है कि 28 अगस्त को अधूरी शोभायात्रा पूरी की जाए. नूंह के नलहड मंदिर से दोबारा शोभायात्रा निकालने की मांग कर रहे धार्मिक संगठनों को 52 पाल पंचायत का समर्थन मिला है. उनके प्रस्ताव को पंचायत स्वीकार करती है और इस दिन अधूरी यात्रा को पूरा किया जाएगा. साथ ही पंचायत में यह तय किया गया है कि सभी लोग घरों में गाय पालें.

हिंसा को लेकर NIA जांच हो

52 पाल सरदारी के 51 लोगों की कमेटी ने तय किया है कि इस हिंसा में मारे गए लोगों और घायलों को न्याय दिलाने के लिए NIA से जांच कराई जाए. इससे पहले महापंचायत में 31 जुलाई की हिंसा में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई.

शोराण ने कहा कि महापंचायत की सरकार से मांग है कि हरियाणा सरकार तमाम मुकदमों को मेवात से हटाकर गुरुग्राम या अन्य जिले में शिफ्ट करे. साथ ही पंचायत की यह भी मांग है कि नूंह का हेडक्वार्टर नूंह जिले को खत्म कर दिया जाए. साथ ही महापंचायत में मांग रखी गई कि इस इलाके को गौ हत्या मुक्त जिला घोषित किया जाए. तभी इस तरह की समस्या खत्म होगी.

महापंचायत में यह भी कहा गया कि इस जिले में दूसरे देशों से आए, बांग्लादेशी या रोहिंग्या लोगों के लिए शख्त कानून बनाकर जिले से बाहर किया जाए. इसके अलावा आत्म रक्षा के लिए लोगों को लाइसेंस हासिल करने की सुविधा दी जाए और कानून में रियायत भी मिले.

घायलों के परिजनों को दिए जाएं 50-50 लाख

महापंचायत में तय किया कि उनकी सरकार से मांग है कि जो लोग इन दंगों में मारे गए उनके परिजनों को 1-1 करोड़ रुपए दिए जाए. साथ ही उन्हें सरकारी नौकरी भी दी जाए. इसके अलावा घायलों के परिजनों को 50-50 लाख दिए जाएं. इसके अलावा हिंसा में जिन लोगों को जान-माल का नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर 100% मुआवजा दिया जाए. महापंचायत का ये फैसला भी है कि हिंसा मामले में निर्देश लोगों को मुकदमे से बाहर किया जाए और दोषियों को पकड़ा जाए.

पलवल में यह महापंचायत सर्व हिंदू समाज की ओर से आयोजित की जा रही है, जिसमें विश्व हिंदू परिषद (VHP) समेत कई हिंदू संगठनों ने हिस्सा लिया. महापंचायत को लेकर पुलिस ने बताया कि महापंचायत के लिए सीमित संख्या में ही लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई है. महापंचायत में यदि कोई किसी भी प्रकार का हेट स्पीच देता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

नूंह में 31 जुलाई को भीड़ की ओर से विश्व हिंदू परिषद की यात्रा पर हमला किए जाने की घटना हुई. जिसके बाद भड़की हिंसा में दो होमगार्ड्स और एक नायब इमाम समेत 6 लोगों की मौत हो गई.

News Source Link:

Related Articles

Back to top button

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/tarunrat/public_html/wp-includes/functions.php on line 5427

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/tarunrat/public_html/wp-includes/functions.php on line 5427