कोविड के नए वेरिएंट पर सरकार की हाईलेवल मीटिंग
New Delhi: 3 साल के बाद भी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. हाल ही में कोविड-19 के नए-नए वैरिएंट को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने वर्तमान कोविड-19 स्थिति और उसके लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की. इस मीटिंग में कोविड-19 की वैश्विक और राष्ट्रीय स्थिति की समीक्षा की गई. साथ ही दुनिया भर में फैले मौजूदा वैरिएंट और उसके क्या प्रभाव हो सकते हैं? इस बारे में भी जानकारी ली गई.
यह वायरस बार-बार अपना रूप बदल कर सामने आ जा रहा है. कुछ समय पहले ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक वंशज ईजी.5.1 के कारण दुनिया में कोरोना के मामले बढ़ने की खबर सामने आई थी कि अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और रोग नियंत्रण केंद्र (CDC) ने कोविड-19 के एक और वैरिएंट के बारे में बताया है. इस वैरिएंट का नाम BA.2.86 है, जिसे पिरोला (Pirola) नाम से भी जाना जा रहा है.
स्वास्थ्य सचिव ने रेखांकित किया कि WHO के मुताबिक कोविड के नए वेरिएंट BA.2.86 के बढ़ते केसेस चार देशों में रिपोर्ट किया गया है जबकि EG.5 50 से अधिक देशों में रिपोर्ट किया गया है. पिछले सात दिनों में पूरी दुनिया में इसके कुल 2,96,219 नए मामले सामने आए हैं. भारत दुनिया की आबादी में लगभग 17 प्रतिशत का योगदान देता है और पिछले सप्ताह में 223 मामले सामने आए हैं जो नए वैश्विक मामलों का लगभग 0.075 प्रतिशत है.यह भी बताया गया कि पूरे देश में नए सीओवीआईडी -19 मामलों का दैनिक औसत 50 से नीचे है और इसने साप्ताहिक आधार पर 0.2 प्रतिशत से कम की है जो एक राहत वाली बात है.
नए कोविड वैरिएंट BA.2.86 के लक्षण
कोविड के नए वैरिएंट BA.2.86 में सिर में दर्द या शरीर दर्द की समस्या हो सकती है.
तेज बुखार, खांसी और थकान होना काफी कॉमन लक्षण है.
BA.2.86 की चपेट में आने पर गले में खराश, दर्द, खाना निगलने में समस्या हो सकती है.
कोविड का नया वैरिएंट पाचन क्रिया को भी बिगाड़ सकता है. इससे पेट दर्द, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं.
सांस लेने में दिक्कत और गले में बलगम जमना
नए कोविड वैरिएंट के मरीजों में भूख की कमी देखने को मिली है.
कुछ मरीजों की सूंघने की क्षमता कम हो सकती है.
भारत में कितना खतरनाक कोविड का नया वैरिएंट
अब अगर कोविड के नए वैरिएंट BA.2.86 को लेकर भारत की बात करें तो अभी तक देश में इस वैरिएंट का एक भी केस सामने नहीं आया है. हालांकि, संक्रमित देशों से आने वाले लोगों के संपर्क में आने से यहां भी यह वैरिएंट फैल सकता है. इसलिए डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट जरूरी सावधानी बरतने को कह रहे हैं.