पाकिस्तान में किसकी बनेगी सरकार? अगले साल जनवरी में होंगे आम चुनाव
Pakistan news: पाकिस्तान में लंबे समय से चुनाव की तारीखों का इंतजार किया जा रहा था। जहां एक ओर इमरान खान जल्द से जल्द चुनाव करवाना चाहते थे। वहीं पूर्व की शहबाज शरीफ सरकार चुनावों को जैसे भी हो, टालना चाहती थी। शहबाज का कार्यकाल खत्म होने के बाद जब कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में अनवर उल हक काकड़ और उनकी कैबिनेट को सत्ता पर केयरटेकर पीएम और कैबिनेट के तौर पर बैठाया गया, तभी से ही चुनाव की तारीखों को लेकर इंतजार किया जा रहा था। यह इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। पाकिस्तान के डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने घोषणा की कि आम चुनाव जनवरी 2024 के आखिरी सप्ताह में होंगे।
हाल ही में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा था कि उसने आम चुनावों के लिए आचार संहिता पर चर्चा के लिए अगले महीने राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक निर्धारित की है। ईसीपी यानी पाकिस्ताानी चुनाव आयोग के मुताबिक, नियमों को अंतिम रूप देने से पहले उनकी प्रतिक्रिया के लिए राजनीतिक दलों के साथ आचार संहिता का एक मसौदा साझा किया गया था। ईसीपी ने नवीनतम 2023 डिजिटल जनगणना की अधिसूचना के बाद निर्वाचन क्षेत्रों के नए सिरे से परिसीमन की आवश्यकता का हवाला देते हुए इस साल चुनाव से इनकार कर दिया। चूंकि, नेशनल असेंबली को उसके संवैधानिक कार्यकाल की समाप्ति से तीन दिन पहले भंग कर दिया गया था, इसलिए संविधान के अनुच्छेद 224 में कहा गया है कि सात नवंबर तक विधानसभा के विघटन के 90 दिनों के भीतर चुनाव कराए जाएंगे, लेकिन साथ ही चुनाव अधिनियम की धारा 17(2) में कहा गया है कि प्रत्येक जनगणना आधिकारिक तौर पर प्रकाशित होने के बाद आयोग निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन करेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में चुनाव को लेकर इमरान खान ने पूरा जोर लगाया था। सत्ता से हटते ही उन्होंने आमसभाएं करना शुरू कर दिया और शहबाज सरकार पर जोर बनाया कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं। लेकिन दूसरी ओर शहबाज सरकार इमरान खान की लोकप्रियता को भांपते हुए कोई जोखिम नहीं लेना चाहती थी। इसलिए इमरान खान पर तोहमत और अलग अलग आरोपों में उन्हें जेल भेज दिया गया। इसके बाद इमरान की पार्टी को कमजोर किया गया। जब शहबाज सरकार का कार्यकाल खत्म हुआ तो कार्यकाल से तीन दिन पहले ही उन्होंने इसलिए इस्तीफा दे दिया ताकि उनके मन मुताबिक चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सके। इन सब उधेड़बुनों के बाद अब जाकर चुनाव आयोग ने चुनाव का ऐलान किया है, लेकिन ये चुनाव अब अगले साल की शुरुआत में होंगे। तब तक कार्यवाहक पीएम काकड़ की कैबिनेट ही कंगाल पाकिस्तान को चलाएगी।