ISCKON पर बयान देना मेनका गांधी को पड़ा भारी, संस्था ने भेजा 100 करोड़ का मानहानि नोटिस
New Delhi: ISKCON पर गायों को कसाइयों के हाथों बेचने का आरोप लगाने के बाद अब बीजेपी सांसद मेनका गांधी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। ISKCON ने मेनका गांधी को 100 करोड़ के मानहानि का नोटिस भेजा है। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, ‘मेनका गांधी की टिप्पणी बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दुनिया भर में हमारे भक्त बहुत आहत हैं। हम उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये की मानहानि की कानूनी कार्रवाई कर रहे है, हमने आज उन्हें नोटिस भेजा है।’ उन्होंने कहा-‘ एक सांसद, जो कभी केंद्रीय मंत्री थी, इतने बड़े समाज के खिलाफ बिना किसी सबूत के झूठ कैसे कोई बोल सकता है?’
दरअसल मामले की शुरुआत तब हुई जब नवंबर 2022 में एक संगीता नाम की महिला एक घायल विदेशी बछड़े को अनंतफुर इस्कॉन गोशाला में छोड़कर जाती है। घायल बछड़ा संक्रामक रोक से ग्रसित था, इसलिए गोशाला की तरफ से 15 दिनों तक बछड़े का इलाज किया गया। जब बछड़ा ठीक हो गया तो महिला को उसे ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन महिला वहां नहीं गई। लेकिन एक बछड़ा वहां से गायब हो गया। जिसके बाद महिला ने गोशाला पर आरोप लगाया कि बछड़े को कसाईखाने में बेच दिया गया है। इस मामले की शिकायत संगीता ने पुलिस में की, जिसकी जांच के बाद पुलिस ने गोशाला को क्लीनचिट दे दिया। इसके बाद महिला ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को चिट्ठी लिखी। मेनका गांधी ने इस बाबत अनंतपुर इस्कॉन के अध्यक्ष दामोदर गौरंग दास से बात कर मामले की पूछताछ की।
इस्कॉन गोशाला ने मेनका को दिया जवाब
गोशाला द्वारा ईमेल के जरिए मेनका गांधी के सबी आरोपों का जवाब दिया गया। गोशाला ने बताया कि हमारे यहां गायों को बांधकर नहीं रखा जाता। संगीता द्वारा लाया गया बछड़ा भी नहीं बांधा गया था, इसलिए वो भाग गया था। इस मामले पर मेनका गांधी का हवाला देते हुए इस्कॉन हेडक्वार्टर ने गोशाला से सफाई मांगी। गोशाला द्वारा सभी आरोपों का जवाब दिया गया। इसके बाद जुलाई 2022 में मेनका गांधी ने दोबारा संगीन आरोप लगाते हुए गोशाला को मेल भेजा। इसके बाद एक इंटरव्यू में उन्होंने इस्कॉन का नाम लेते हुए गंभीर आरोप लगाया।