भारत सरकार ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को आतंकी घोषित किया
New Delhi:केंद्र सरकार ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया है. गृह मंत्रालय ने इसकी अधिसूचना भी जारी कर बताया है कि सतविंदर सिंह उर्फ सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ भारत के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल था.
बता दें कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ पंजाबी गायब सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. खास बात ये है कि हाल ही में कनाड़ा पुलिस की ओर से जारी की गई 25 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में भी इसका नाम शामिल किया गया था. इस सूची में भी गोल्डी बराड़ पर हत्या का ही आरोप दर्शाया गया था. अब भारत की ओर से आतंकी घोषित किए जाने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही हैं.
सतविंदर सिंह उर्फ सतिंदर जीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पंजाब के मुक्तसर साहिब का रहने वाला है. उसके पिता का नाम शमशेर सिंह और माता का नाम प्रीतपाल कौर है. वर्तमान में वह कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में रहता है. भारत सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक गोल्डी बराड़ के तार बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हैं. गोल्डी पर कई हत्याओं के साथ कट्टरपंथी विचारधारा को समर्थन द देने का आरोप है. अधिसूचना में ये भी जिक्र किया गया है कि गोल्डी राष्ट्र समर्थकों को धमकी भरे कॉल किया करता था.
केंद्र सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में गोल्डी बराड़ पर लोगों को धमकाने, फिरौती मांगने और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर हत्या के दावे करने का भी आरोप लगाया गया है. गोल्डी बराड़ को तस्करी और सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से उच्च श्रेणी के हथियार, गोला बारूद, विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति करना और हत्याओं के लिए शार्प शूटर उपलब्ध कराने का काम करता था.
सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पर पंजाब में सांप्रदायिक सद्भाव और कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश रचने का भी आरोप है. केंद्र सरकार की अधिसूचना में गोल्डी बराड़ को आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने वाला बताया गया. ये भी कहा गया है कि गोल्डी टारगेटेड हत्या करता है और लगातार राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल है. गोल्डी बराड़ के खिलाफ 2022 दिसंबर में गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. उसी साल उसके खिलाफ एक रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है. इसीलिए सरकार ने अब यूएपीए के तहत उसका नाम आतंकी की सूची में जोड़ा है.