रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन UP में स्कूल-कॉलेज बंद, नहीं खुलेंगी शराब की दुकानें-योगी सरकार
Ayodhya: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज इसका ऐलान किया. इसी के तहत योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा है कि इस विशेष दिन प्रदेश में शराब की दुकानें भी बंद रखने को कहा है. मुख्यमंत्री योगी ने आज अपने अयोध्या दौरे के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आदेश में यह भी कहा कि अयोध्या में अगंतुकों को अविस्मरणीय अतिथि सत्कार मिले जिससे एक यादगार पल को संजोएं. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को सभी सरकारी भवनों को अच्छे से सजाया जाए. भवनों को लाइटों से साज-सज्जा कराई जाएं. अयोध्या में स्वच्छ्ता को बढ़ाया जाए. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 14 जनवरी को अयोध्या में स्वच्छ्ता अभियान का आगाज करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि आतिथ्य-सत्कार में स्वच्छता का अहम स्थान है. जनसहयोग के साथ इस काम को पूरा करें. धर्म पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, राम पथ जैसे प्रमुख मार्गों के अलावा सड़क और गलियों में भी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रहे. सड़कों पर धूल न उड़े, गंदगी न हो. जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों. वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. अभी 3800 से अधिक स्वच्छताकर्मी तैनात हैं, 1500 कर्मचारियों की संख्या और बढाएं जाएंगी.
टेंट सिटी की संख्या बढ़ाने की जरूरत
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में धर्मशालाएं और होटल हैं. घरों में रुकने की भी अच्छी व्यवस्था है, लेकिन जनमानस की भावना को देखते हुए टेंट सिटी की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. कुंभ की तर्ज पर अयोध्या में 25-50 एकड़ में एक भव्य टेंट सिटी तैयार कराएं. क्योंकि 22 जनवरी के बाद दुनियाभर के रामभक्तों का अयोध्या आगमन होगा. रामभक्तों को सड़कों पर चलने में किसी तरह की असुविधा नहीं हो उसके पूरे नगर में विभिन्न भाषाओं में साइनेज लगाए जाएं. संविधान की 08वीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं और संयुक्त राष्ट्र की 06 भाषाओं में साईनेज हों.
स्वास्थ्य केंद्र तैयार करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी टेंट सिटी में 10-10 बेड का स्वास्थ्य केंद्र तैयार हों और हर केंद्रों पर एम्बुलेंस की तैनाती होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र तैयार करने के लिए सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन भी सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं. नगर में विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सक भी ड्यूटी पर तैनात होने चाहिए.