दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने छोड़ी पार्टी, भ्रष्टाचार को लेकर AAP पर उठाए सवाल
मंत्री के इस्तीफे पर AAP का पलटवार
New Delhi: दिल्ली शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आम आदमी पार्टी मुसीबतों में घिरी है.इसी कड़ी में राजकुमार आनंद ने मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर सवाल भी उठाए हैं. इस वक्त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं और उनकी गैर मौजूदगी में पार्टी को एक और तगड़ा झटका लगा है.
इस पूरे घटनाक्रम में हैरानी वाली बात ये है कि आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने वाले राजकुमार ने कुछ घंटे पहले आम आदमी पार्टी के सपोर्ट में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था.
बीते साल नवंबर में सीएम केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाने से पहले ईडी ने राजकुमार के आवास पर छापा मारा था. उनसे जुड़े 9 ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले के तहत छापेमारी चली थी.
आम आदमी पार्टी पर राजकुमार ने लगाए ये आरोप
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी की जो नीति है, उससे वो सहमत नहीं. आज बहुत व्यथित हूं, राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा. आम आदमी पार्टी पर बहुत बड़ा आरोप लगा है. इसीलिए मैं सरकार और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी है.
इतना ही नहीं उन्होंने कहा, मैं भ्रष्ट लोगों के साथ काम नहीं कर सकता. आज मैं जो कुछ भी हूं, डॉ. अंबेडकर की वजह से हूं. मैं विधायक और मंत्री सोसायटी को पे बैक करने के लिए बना. जो दलितों की चिंंता करने से पीछे हटे, मैं वहां नहींं रह सकता.
आप ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा ‘‘हमारे मंत्रियों और विधायकों को तोड़ने’ के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘यह आप के मंत्रियों और विधायकों की अग्निपरीक्षा है.’’
समाज कल्याण सहित विभिन्न मंत्रालय संभाल रहे आनंद ने पार्टी में दलितों को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया और पार्टी भी छोड़ दी. सिंह ने जोर देकर कहा कि हालांकि इस्तीफे से पार्टी के कुछ कार्यकर्ता हतोत्साहित हो सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी काफी हद तक संगठन को तोड़ने की कोशिशों के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी. दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि आनंद को आप छोड़ने की धमकी दी गई होगी. हम उनके खिलाफ कोई गलत शब्द नहीं करेंगे. वो ईडी के दबाव के कारण काफी डर गए होंगे. हर कोई संजय सिंह की तरह मजबूत नहीं होता.
कौन हैं राजकुमार आनंद
दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक राजकुमार आनंद 2020 के चुनाव में पटेल नगर से टिकट हासिल करके चुनाव में जीते थे. राजकुमार ने 61 फीसदी वोटों के साथ चुनाव जीता था. जाटव समुदाय से आने वाले राज कुमार आनंद पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक हैं. उन्हें आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी करीबी माना जाता है. राजकुमार आनंद ने अपनी पढ़ाई उत्तर प्रदेश में पूरी की और राजनीति में एम.ए. किया है. उनकी पत्नी वीणा आनंद भी 2013 से विधायक हैं.