Dhyan Mudra : क्या होती है ध्यान मुद्रा, जानिए PM मोदी ने कहां-कहां लगाया ध्यान
Dhyan Mudra : लोकसभा चुनाव का सातवां और अंतिम चरण 1 जून को है. पीएम मोदी आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के समाप्त होने और मतदान से ठीक पहले तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान करेंगे.
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव होना आम बात है. काम का बोझ, रिश्तों की उलझन, भविष्य की चिंता – ये सब हमारे मानसिक संतुलन को बिगाड़ देते हैं. इसमें कोई दोराय नहीं कि मेडिटेशन मानसिक और शारीरिक हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन ध्यान के फायदे सिर्फ तनाव कम करने तक ही सीमित नहीं हैं. ध्यान करने से हार्ट डिजीज के साथ और भी जानलेवा बीमारियों से बचाव भी करता है. यहां हम आपको ध्यान करने के ऐसे ही कुछ फायदों को यहां बता रहे हैं.
Dhyan Mudra : ध्यान मुद्रा के क्या हैं फायदे ?
Dhyan Mudra :मन शांत होता है
ध्यान का सबसे बड़ा फायदा है मन की शांति. जब हम ध्यान करते हैं तो हम अपने विचारों को बहने देते हैं, उन पर रोक नहीं लगाते. इससे दिमाग शांत होता है और तनाव कम होता है. नियमित ध्यान करने से चिंता, बेचैनी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से भी बचा जा सकता है.
Dhyan Mudra :एकाग्रता में वृद्धि
आज के डिजिटल युग में हर तरफ से हमारा ध्यान भटकता रहता है. ऐसे में एक जगह ध्यान केंद्रित कर पाना मुश्किल हो जाता है. इसलिए एकाग्रता को बढ़ाने के लिए ध्यान करने की सलाह दी जाती है.
Dhyan Mudra :नींद की गुणवत्ता में सुधार
अच्छी नींद हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन कई बार तनाव और दिमाग की अशांति की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती. ऐसे में ध्यान करना बहुत फायदेमंद होता है. इससे मन शांत और तनाव कम होता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और रात को अच्छी नींद आती है.
Dhyan Mudra :ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
तनाव की वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ना एक आम समस्या है. ऐसे में ध्यान करने से तनाव कम होता है, जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. साथ ही, ध्यान करने से हार्ट बीट भी नॉर्मल रहती है.
Dhyan Mudra :आत्मविश्वास में वृद्धि
ध्यान करने से हमें अपने आप को समझने में मदद मिलती है. हम अपने विचारों और भावनाओं को बेहतर तरीके से पहचान पाते हैं. इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और हम जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए अधिक सक्षम बनते हैं.
इसके साथ ही आत्मज्ञान की प्राप्ति होती हैं. मन को शांति प्राप्त होती हैं. अनिद्रा, सिरदर्द और माइग्रेन से पीड़ित लोगो के लिए यह बहुत ही उपयोगी मुद्रा हैं.
Dhyan Mudra : केदारनाथ से द्वारका तक पीएम की ध्यान यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी अपने चुनाव प्रचार को खत्म करके गुरुवार शाम को तमिलनाडु पहुंचे. तमिलनाडु के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में उनका ध्यान शुरू हो गया है. सामने आई जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी शाम 6 बजकर 45 मिनट पर ध्यान अवस्था में बैठे. अब वह 45 घंटे तक ध्यान अवस्था में रहेंगे.
यह कोई पहला मौका नहीं है कि जब पीएम मोदी का ध्यान के साथ जुड़ाव सामने आया है. ऐसे कई मौके रहे हैं, जब पीएम मोदी ने विभिन्न स्थानों पर ध्यान लगाया है.
2019 में केदारनाथ के रुद्र गुफा में ध्यान लगाया
केदारनाथ और पीएम मोदी का जुड़ाव करीब 5 दशक से भी ज्यादा वक्त पुराना है. पीएम मोदी 1968 में वडनगर से आध्यात्म की तलाश में कलकत्ता के लिए निकले थे. बाद में वह विभिन्न जगहों की यात्राएं करते हुए केदारनाथ से तीन किमी दूर गरुड़ चट्टी पहुंचे थे. जहां पर पीएम मोदी ने करीब डेढ़ महीने तक साधना की थी. 2017 में केदारनाथ पहुंचे पीएम मोदी ने उस यात्रा का जिक्र किया था.
Vivekananda Rock Memorial: चुनाव प्रचार के बाद कन्याकुमारी के विवेकानंद मेमोरियल जाएंगे पीएम मोदी, लगाएंगें ध्यान, क्याें है खास?
पीएम मोदी ने 2019 में केदारनाथ में ध्यान लगाया था. पीएम मोदी उस वक्त भी चुनाव प्रचार थमने के बाद ध्यान लगाने के लिए पहुंचे थे. केदारनाथ की रुद्र गुफा में पीएम मोदी ने ध्यान लगाया था. उन्होंने करीब 17 घंटे तक इस गुफा में ध्यान किया था. साथ ही पीएम मोदी ने इस दौरान केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने 2015 में कोलकाता पहुंचे थे और वहां पर उन्होंने बेलूर मठ में ध्यान लगाया था. पीएम मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद 11 मई 2015 को बेलूर मठ पहुंचे थे. पीएम मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान उस कमरे में जाकर ध्यान लगाया, जहां खुद स्वामी विवेकानंद साधना किया करते थे.
पीएम मोदी ने इसी साल फरवरी में गुजरात में समुद्र के भीतर जाकर जलमग्न द्वारका नगरी के दर्शन किए थे. इस दौरान डाइविंग हेलमेट और गेरुआ वस्त्र पहने पीएम मोदी की समुद्र तल पर पालथी मारकर बैठे और वहां पर ध्यान लगाया था. पीएम मोदी ने अपने अनुभव को लेकर कहा था, ‘समुद्र में द्वारका के दर्शन ने विकसित भारत के मेरे संकल्प को और मजबूत किया है.’