Rahul Gandhi turns 54: 54 साल के हुए राहुल गांधी ,जन्मादिन की शुभकामनाओं के लिए दिया धन्‍यवाद, पढ़ाई से राजनीति में एंट्री तक रहे संघर्षशील

Rahul Gandhi turns 54: 54 साल के हुए राहुल गांधी ,जन्मादिन की शुभकामनाओं के लिए दिया धन्‍यवाद, पढ़ाई से राजनीति में एंट्री तक रहे संघर्षशील

Rahul Gandhi turns 54: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज  54 साल के हो गए. कांग्रेस के तमाम वरिष्‍ठ नेताओं के साथ विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने उन्‍हें जन्‍मदिन की शुभकामना दी. अपने जन्‍मदिन के मौके पर रायबरेली से सांसद गांधी ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे किसी भी भव्य समारोह से बचें और इसके बजाय मानवीय प्रयासों और दान में शामिल होकर इस अवसर का जश्न मनाएं.

राहुल गांधी आज 54 वर्ष के हो गए हैं. उनका जन्म 19 जून 1970 में हुआ था.उन्होंने अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, शरद पवार समेत नेताओं को खास अंदाज में उनकी बधाई के लिए धन्यवाद जताया है.

इसके साथ ही उन्‍होंने एक्‍स प्‍लेटफॉर्म पर सबका शुक्रिया करते हुए एक पोस्‍ट भी शेयर किया. उन्‍होंने लिखा …..

जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद। मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि मैं हमेशा ‘सफेद T-shirt’ क्यों पहनता हूं – यह T-shirt मेरे लिए पारदर्शिता, दृढ़ता और सरलता का प्रतीक है। आपके जीवन में ये मूल्य कहां और कितनी उपयोगी हैं ये #WhiteTshirtArmy इस्तेमाल कर मुझे एक वीडियो में बताएं। और, मैं आपको एक सफेद T-shirt गिफ्ट करूंगा। सभी को ढेर सारा प्यार।

54 साल के राहुल गांधी ने इन वर्षों में निजी जिंदगी से लेकर राजनीतिक कैरियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. आइए जानते हैं उनके कुछ अनसुने किस्‍से—-

Rahul Gandhi turns 54: 2004 में की राजनीति में एंट्री

19 जून 1970 को जन्मे राहुल गांधी पांच बार लोकसभा के सांसद रहे हैं. 2004 में, राहुल गांधी ने भारतीय राजनीति में एंट्री की घोषणा की. उन्होंने अपना पहला चुनाव उत्तर प्रदेश के अमेठी से लड़ा – वही सीट जहां से उनके दिवंगत पिता प्रतिनिधित्व करते थे – जहां उन्होंने लगभग तीन लाख वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की.

​​24 सितंबर 2007 को, राहुल गांधी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) का महासचिव नियुक्त किया गया. सितंबर 2022 में, उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा (BJY) शुरू की. 4080 किलोमीटर की यह यादगार पदयात्रा 7 सितंबर, 2022 को दक्षिण में कन्याकुमारी से शुरू हुई और 30 जनवरी, 2023 को उत्तर में कश्मीर में समाप्त हुई.

जनवरी 2024 में, राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा (BJNY) पर निकले – भारत के पूर्वोत्तर में मणिपुर से पश्चिमी तट पर मुंबई तक की यात्रा जो 16 मार्च, 2024 को समाप्त हुई. 6,700 किलोमीटर लंबी यह यात्रा भारत के लोगों को व्यापक सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय दिलाने पर केंद्रित थी.

Rahul Gandhi turns 54: नाम बदलकर करनी पड़ी पढ़ाई

दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या की वजह से राहुल को 2 बार कॉलेज भी बदलने पड़े और नाम बदलकर पढ़ाई भी पूरी करनी पड़ी.

राहुल ने शुरुआती पढ़ाई दिल्ली और दून स्कूल से की है. स्नातक के लिए वे दिल्ली के सैंट स्टीफंस कॉलेज गए, लेकिन सुरक्षा की वजह से वे यहां सिर्फ एक साल रह पाए. बाद में उन्होंने अमेरिका के हावर्ड विश्विद्यालय में दाखिला ले लिया. पिता की मृत्यु होने की वजह से वे यहां भी नहीं पढ़ पाए और फ्लोरिडा चले गए.

राहुल गांधी ने एमफील तक की पढ़ाई की है. उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से डेवलपमेंट स्टडी में यह डिग्री हासिल की है. पढ़ाई के दौरान उनके नाम को लेकर भी काफी विवाद हुआ था. अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ ने 2014 में राहुल गांधी के नाम को लेकर खुलासा किया था. अखबार के मुताबिक राहुल ने राहुल विंची नाम से ट्रिनिटी में अपनी डिग्री पूरी की थी.

Rahul Gandhi turns 54: सक्रिय राजनीति में कैसे हुई एंट्री?

1995 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद राहुल गांधी ने लंदन की एक फाइनेंस सर्विस कंपनी से अपने करियर की शुरुआत की. राहुल ने यहां साल 2002 तक काम किया. इसके बाद राहुल गांधी हमेशा के लिए भारत लौट आए.

राहुल गांधी के सक्रिय राजनीति में आने की स्क्रिप्ट भी दिलचस्प है. 1999 में यूपी कांग्रेस की तरफ से राहुल को अमेठी और प्रियंका को लखनऊ से चुनाव लड़ाने की मांग की गई. हालांकि, गांधी परिवार ने उस वक्त दोनों प्रस्ताव को खारिज कर दिया. 2003 में राहुल गांधी के कांग्रेस सेवा दल के प्रमुख बनने की चर्चा शुरू हुई, लेकिन राहुल ने यह पद लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद राहुल के राजनीति में आने की चर्चा थम गई.

2004 में उन्होंने परंपरागत अमेठी लोकसभा सीट से पर्चा दाखिल किया था.वह पहली बार अमेठी से लोकसभा चुनावों में मैदान में उतरे थे,राहुल अपने पिता राजीव गांधी की अमेठी सीट से 2009 और 2014 में जीतकर दो बार सांसद चुने गए. 2019 में वह इस सीट से स्मृति इरानी से चुनाव हारे. 2013 में राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष, 2017 में अध्यक्ष बनाया गया. लेकिन 2019 में पार्टी को देशभर से मिली करारी हार के बाद राहुल ने जुलाई 2019 में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. 2019 में ही राहुल वायवाड से लोकसभा चुनाव  रिकॉर्ड वोटों से जीते थे.

Rahul Gandhi turns 54: 2024 के लोकसभा चुनाव में नया उभार 

राहुल गांधी की पूर्व से पश्चिम भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल में शुरू हुई. इस दौरान 15 राज्यों से होकर गुजरी, जिसमें 6713 किलोमीटर की दूरी तय हुई और मुंबई में समाप्त हुई.

पार्टी का दावा है राहुल की मेहनत की वजह से इन यात्राओं के दौरान गरीबों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं, युवाओं, पिछड़े वर्गों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों को समझने की कोशिश की गई. राहुल गांधी ने इन यात्राओं के दौरान जनता के दिलों को जीता.

Side Effects of AC: घंटो एसी में रहने के बाद बाहर निकलना हो सकता है खतरनाक,घातक हो सकती है ये आदत

मां साेनिया गांधी के राज्‍यसभा जाने और उनकी पारिवारिक सीट रायबरेली से राहुल गांधी को उतारना, उनके राजनैतिक जीवन में एक यू टर्न साबित हुआ और केरल की वायनाड सीट और रायबरेली सीट दोनों जगह से राहुल गांधी ने अच्‍छे मार्जिन से जीत  दर्ज की.

राहुल गांधी ने रायबरेली से सांसद बने रहना चुना और केरल की वायनाड सीट को छोड़ दिया. इससे एक राजनीतिक संदेश  ये साफ हुआ कि राहुल गांधी अब परिपक्‍व होते जा रहे हैं. और राजनीति में एक नया इतिहास लिखने को संघर्षरत हैं

 

Related Articles

Back to top button

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/tarunrat/public_html/wp-includes/functions.php on line 5427

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/tarunrat/public_html/wp-includes/functions.php on line 5427