Om Birla elected Speaker: लगातार दूसरी बार स्पीकर चुने गए ओम बिरला, इस मामले में रच दिया इतिहास
Om Birla elected Speaker: ओम बिरला 18वीं लोकसभा के ध्वनिमत से स्पीकर चुने गए हैं. परंपरा के मुताबिक, बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद, पीएम नरेंद्र मोदी और और विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें चेयर तक लेकर गए. बिरला के चेयर संभालने के बाद पीएम मोदी और राहुल गांधी ने उन्हें बधाई दी.
ओम बिरला बीजेपी के पहले नेता हैंं, जो लगातार दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष बने हैं. इसीके साथ वो दोबारा लोकसभा का अध्यक्ष बनने वाले छठे व्यक्ति हैं, जिन्हें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है. वे बलराम जाखड़ के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्हें दूसरी बार पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का मौका मिला है.
हालांकि जीएम बालयोगी, पीए संगमा जैसे दिग्गज नेता भी दो बार लोकसभा अध्यक्ष बने थे, लेकिन 5-5 साल के कार्यकाल पूरे नहीं किए. बलराम जाखड़ साल 1980 से 1985 तक और 1985 से 1989 तक अपने दोनों कार्यकाल पूरे किए थे.
ओम बिरला को लोकसभा के अध्यक्ष चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और कहा कि ज्यादातर स्पीकर या तो चुनाव नहीं लड़े या जीतकर नहीं आए. आप जीतकर आए और नया इतिहास रचा है. बता दें कि ओम बिरला लगातार तीसरी बार राजस्थान के कोटा से चुनकर संसद पहुंचे हैं और दूसरी बार वो स्पीकर बने हैं.
Om Birla elected Speaker: कौन हैं ओम बिरला
राजस्थान के कोटा शहर में 4 दिसंबर, 1962 को जन्मे ओम बिरला लोकसभा चुनाव 2024 में कोटा की संसदीय सीट से सांसद चुने गए हैं. वह छात्र राजनीति से संघ और मुख्यधारा की राजनीति में आए तो अब तक तीन बार विधायक और तीसरी बार सांसद चुने गए. इसी के साथ कई रिकॉर्ड भी उन्होंने अपने नाम किए. लोकसभा स्पीकर बनने वाले राजस्थान के पहले सांसद हैं.
Om Birla elected Speaker: छात्र राजनीति से की शुरूआत
1979 में ही ओम बिरला ने छात्र राजनीति से अपनी शुरूआत की और सक्रिय हो गए. बिरला कोटा के गुमानपुरा स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे. इसके बाद में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में प्रधान सदस्य के तौर पर शामिल हो गए.
साल 1987 में बिरला ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य बने और जल्द ही जिला अध्यक्ष बन गए. चार साल पूरे होने से पहले वह भाजपा युवा मोर्चा के राज्य अध्यक्ष बन गए. इस पद पर उन्होंने महीने से ज्यादा वक्त तक कार्यभार संभाला.
इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड नई दिल्ली और फिर राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड जयपुर (जून 1992 से जून 1995) तक अध्यक्ष बने रहे.
Om Birla elected Speaker: 2003 में पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए
ओम बिरला पहली बार साल 2004 में विधानसभा सदस्य चुने गए थे. इसके बाद वह 2008 और 2013 में भी कोटा में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. तीन बार विधायक के तौर पर काम करने के बाद साल 2014 में पहली बार कोटा संसदीय सीट से जीतकर संसद पहुंचे.
तीन बार विधायक और तीसरी बार सांसद चुने गए ओम बिरला संसद की कई समितियों के सदस्य भी रहे हैं. अपने पहले कार्यकाल यानी 16वीं लोकसभा के दौरान बिरला प्राक्कलन समिति, याचिका समिति, ऊर्जा संबंधी स्थायी समिति और सलाहकार समिति के सदस्य रहे हैं.
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Om Birla elected Speaker: लोक सभा अध्यक्ष के रूप में उपलब्धियां
•19 जून 2019 को सर्वसम्मति से 17वीं लोक सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
• संसद के नए भवन का निर्माण हुआ।
• 17वीं लोक सभा की उत्पादकता 97% रही जो पिछले 25 वर्षों में सर्वाधिक है।
• कोरोना महामारी के बीच आयोजित 17वीं लोक सभा के चौथे सत्र की उत्पादकता 167% रही जो लोक सभा के इतिहास में सर्वाधिक है।
• संसद के संचालन में वित्तीय अनुशासन को प्रोत्साहित कर 801 करोड़ की बचत की गई।
• 17वीं लोक सभा के दौरान 222 विधेयक कानून बनें जो पिछली तीन लोक सभा में सर्वाधिक है।
• 17वीं लोक सभा के दौरान विधेयकों पर कुल 440.54 घंटे चर्चा हुई जो पिछली चार लोक सभा में सर्वाधिक है।
• 17वीं लोक सभा के दौरान विभिन्न विधेयकों पर कुल 2910 सदस्यों ने चर्चा की जो पिछली चार लोक सभा में सर्वाधिक है।
• ज्ञान के समृद्ध कोष संसद की लाइब्रेरी को दिनांक 17 अगस्त 2022 से आमजन के लिए खोल दिया गया।