Gupt Navratri 2024: इन 3 विशेष योग में शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि, 500 साल बाद बन रहा ये संयोग
Gupt Navratri 2024: नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-आराधना करने का दिन होता है.चैत्र और शारदीय नवरात्र के अलावा साल में दो नवरात्र और होते हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ये आषाढ़ और माघ मास में आते हैं और इन्हें ही गुप्त नवरात्र के नाम से जाना जाता है. इन्हें गुप्त नवरात्र इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनमें मां की आराधना गुप्त रूप से की जाती है.
इसमें मां का ध्यान लगाने से विशेष फल मिलता है. तंत्र साधना में विश्वास रखने वाले लोग इस दौरान तंत्र साधना करते हैं. देवी भागवत में उल्लेख है कि गुप्त नवरात्र में देवी के नौ रूपों के साथ-साथ दस महाविद्या की साधना अधिक फलदायी होती है.
आषाढ़ माह में मनाया जाने वाला यह गुप्त नवरात्रि पर्व सौभाग्य और मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद लेकर आता है. इस वर्ष आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई 2024 दिन शनिवार से प्रारंभ हो रही है.
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक इस बार की गुप्त नवरात्रि जिस दिन शुरू हो रही है, उस दिन 3 ऐसे विशेष योग बन रहे हैं, जो इस गुप्त नवरात्रि को और खास बना रहे हैं. इस दिन छत्र योग, त्रिपुष्कर योग और श्राीवत्स योग का निर्माण हो रहा है.
Gupt Navratri 2024: गुप्त नवरात्रि में होती है 10 महाविद्या की पूजा
मां दुर्गा को समर्पित गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं में देवी काली, देवी तारा, देवी ललिता, देवी मां भुवनेश्वरी, देवी त्रिपुर भैरवी, देवी चिन्नमस्तिका, देवी मां धूमावती, देवी बगलामुक्की, देवी मातंगी और कमला देवी की आराधना की जाती है . तांत्रिक साधना में मुख्य रूप से इन सभी शक्तियों की पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा को बहुत महत्व दिया जाता है. यह शक्ति के दस रूप को प्रदर्शित करता हैं. इन दस महाविद्याओं को तांत्रिक साधना में बहुत शक्तिशाली माना गया है.
Gupt Navratri 2024: कब से शुरू हो रही है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि?
आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई दिन शनिवार से होने जा रही है जिसका समापन 15 जुलाई दिन सोमवार को हो रहा है. इस साल आषाढ़ महीने की चतुर्थी तिथि में वृद्धि होने के कारण नवरात्रि 9 दिन नहीं बल्कि 10 दिन रहने वाली है. गुप्त नवरात्रि का 10 दिन तक होने से आराधकों को आराधना करने का अच्छा समय मिल जाएगा.
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Gupt Navratri 2024: कलश स्थापना मुहूर्त
गुप्त नवरात्रि पर 6 जुलाई को सुबह 8.39 से 10.39 तक कलश स्थापना का मुहूर्त सिंह लग्न में रहेगा और अभीजित मुहूर्त 11.36 से 12.34 तक रहेगा. इस समय मां दुर्गा के समक्ष कलश स्थापना करने से सुख-समृद्धि की बढ़ोत्तरी होगी.
Gupt Navratri 2024: अघोरियों के लिए क्यों खास होती है गुप्त नवरात्रि
गुप्त नवरात्रि में तंत्र साधना का बहुत महत्व होता है, इसलिए इसे गुप्त रूप से किया जाता है. माघ और आषाढ़ महीने में पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि तंत्र साधना के लिए विशेष होती है. तंत्र विद्या और सिद्धि प्राप्त करने वाले अघोरियों के लिए खास महत्व होता है. इस दौरान 10 महाविद्या की साधना की जाती है. इस दौरान की गई साधना को गुप्त ही रखा जाता है.