Omar Abdullah Oath Ceremony: उमर अब्‍दुला बने केंद्रशासित जम्मू-कश्मीर के मुख्‍यमंत्री, ली सीएम पद की शपथ

Omar Abdullah Oath Ceremony: उमर अब्‍दुला बने केंद्रशासित जम्मू-कश्मीर के मुख्‍यमंत्री, ली सीएम पद की शपथ

Omar Abdullah Oath Ceremony: उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उन्हें उपराज्यपाल मनोज सिंहा ने शपथ दिलाई है। पूरे 10 साल बाद जम्‍मू कश्‍मीर को नया मुख्‍यमंत्री मिला है।

2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री बने हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद तत्कालीन राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था।

Omar Abdullah Oath Ceremony: दूसरी बार ली मुख्‍यमंत्री पद की शपथ

उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उनका यह दूसरा कार्यकाल होगा। पहले कार्यकाल में वह 5 जनवरी, 2009 से 8 जनवरी, 2015 के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। उमर अब्दुल्ला को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शपथ दिलाई।

Omar Abdullah Oath Ceremony: इंडी गठबंधन का शक्ति प्रदर्शन

उमर अब्‍दुला के शपथ ग्रहण समारोह में इंडी गठबंधन के नेता भी पहुंचे। उनके शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव सहित INDIA ब्लॉक के कई दिग्गज शामिल हुए। हालांकि, कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया था कि उनका कोई भी विधायक आज कैबिनेट की शपथ नहीं लेगा।

Omar Abdullah Oath Ceremony: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीती हैं 42 सीटें

अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीती। 90 सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी ने 29 सीटें जीतीं, जबकि 2014 के विधानसभा चुनावों में उसे 25 सीटों पर जीत मिली थी.

SCO Summit: क्‍या है SCO, जिसमें शामिल होने के लिए 9 साल बाद पाकिस्‍तान जा रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर

जम्मू और कश्मीर में जून 2018 से राष्ट्रपति शासन लागू था, जब बीजेपी ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। जम्मू-कश्मीर चुनाव का रिजल्ट जारी होने के बाद राष्ट्रपति शासन हटाया गया और नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हुआ।

Related Articles

Back to top button