बुलेट ट्रेन बना रहे हैं पर जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं देतेः अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के कारण गरीब, किसान और नौजवान सभी परेशान हैं और भाजपा के लोग अब हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद के मुद्दे उछालकर अपनी नाकामियों से ध्यान भटका रहे हैं। फ़िरोज़ाबाद में नगला छवैया के करघा गांव में कारगिल शहीद बृजलाल की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते नौजवान, किसान, गरीब सभी परेशान हैं। वीर सैनिकों को भी पर्याप्त सम्मान नहीं मिला। भाजपा के लोग अब हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद के मुद्दे उछालकर अपनी नाकामियों से ध्यान हटा रहे हैं।उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा की विघटनकारी राजनीति को करारी शिकस्त देकर ही समाज को बंटने और सौहार्द सद्भाव को बचाने का काम हो सकता है। मुलायम ने कहा कि भाजपा की सरकार सिर्फ अपनी पार्टी के नेताओं के लिए काम कर रही हैं। सभी वर्गों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना बहुत जरूरी है। भाजपा को समाजवादी पार्टी ही हरा सकती है। हमें एकजुट होकर हर हालत में इसे हटाना होगा। उन्होंने कहा कि जनता जानती है कि जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार आती है तो वह किसानों, गरीबों, नौजवानों और महिलाओं के लिए काम करती है। आगामी लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। किसानों, बेरोजगारों, महिलाओं और नौजवानों को समाजवादी पार्टी से बहुत उम्मीदें हैं। समाजवादी पार्टी ने हमेशा इन वर्गों की मदद की और उनकी समस्याओं को हल किया है।अखिलेश ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों से आज देश में जवान, किसान और नौजवान सभी दुखी और परेशान हैं। देश की फौज पर देशवासियों को गर्व है। भारत माता की रक्षा के लिए ना जाने कितने वीरों ने अपनी शहादत दी लेकिन भाजपा सरकार ने सेना को सम्मान देने के बजाय अपनी राजनीति से अपमानित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि समाजवादियों को जब भी मौका मिला उन्होंने फौज और फौजियों को सम्मान देने का काम किया है। नेताजी (मुलायम) जब रक्षा मंत्री थे तो उन्होंने फैसला लिया था कि शहीद होने के बाद जवानों का शव उनके घर आएगा। उसके पहले केवल बेल्ट और कैप आती थी। इसी तरह से नेताजी जब मुख्यमंत्री थे तो जवानों के शहीद होने पर प्रदेश सरकार की तरफ से पाँच लाख रुपए की मदद देना शुरू किया था, और जब फिर सरकार बनी तो हमने सेना, अर्द्धसैन्य बल और पुलिस के जवानों को शहीद होने पर 20 लाख रुपये देकर उनके परिवार की मदद करने का काम किया।अखिलेश ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में केंद्र की भाजपा सरकार में सेना के 350 जवान शहीद हुए हैं। प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार बनेगी तो एक जवान के सिर के बदले 10 सिर लेकर आएंगे, लेकिन केंद्र में सरकार बनने के बाद मोदी के वादों का क्या हुआ ? उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अब जवानों की शहादत पर चर्चा करने के बजाय देश को मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुस्लिम की बहस में उलझा रहे हैं।