कांग्रेस-डीएमके की दोस्ती का नतीजा, तमिलनाडु से राज्यसभा जा सकते हैं मनमोहन सिंह
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के बीच बढ़ती नजदीकियों को देखकर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है. अगले साल तमिलनाडु के 6 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि डीएमके और कांग्रेस साथ में मिलकर चुनाव लड़ेंगे और तीन सीटें जीतने में कामयाब होंगे. सबसे खास बात यह है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को डीएमके अपने राज्य से संसद के उच्च सदन में भेज सकती है.
मनमोहन सिंह फिलहाल असम से राज्यसभा के सांसद हैं और उनका कार्यकाल अगले साल अप्रैल में खत्म हो रहा है. कांग्रेस सिंह को असम से राज्यसभा के लिए नहीं भेज सकती है क्योंकि राज्य में अब बीजेपी का बर्चस्व है. ऐसे में तमिलनाडु से मनमोहन सिंह को राज्यसभा भेजने पर चर्चा चल रही है.
कांग्रेस की चाह, मनमोहन सिंह बने रहें राज्यसभा सदस्य
कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, पार्टी चाहती है कि मनमोहन सिंह आगे भी राज्यसभा के सदस्य बने रहें. हालांकि पार्टी ने अभी तक इस मामले में कोई पुष्टि नहीं की है. तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि राज्यसभा चुनाव पर अभी बात करनी बहुत जल्दबाजी होगी. कांग्रेस हाईकमान से हमारी इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है. राहुल जी जो भी बोलेंगे, हम वो करेंगे.
कांग्रेस के लिए मात्र तमिलनाडु ही एक विकल्प है. इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी मनमोहन सिंह को इस राज्य से नॉमिनेट कर सकती है. तमिलनाडु के 6 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है जिसमें से 4 एआईएडीएमके के, 1 सीपीआई के और 1 डीएमके के सांसद हैं.
अगले साल खाली होने वाली 6 सीटों में से एक सीट डीएमके पास है और कनिमोड़ी पार्टी की राज्यसभा में प्रतिनिधि हैं. बताया जा रहा है कि स्टालिन ने कनिमोड़ी का नाम लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए फाइनल कर दिया है. ऐसे में यह सीट खाली हो रही है.