उन्नाव रेप केस में पीड़िता और उसके परिवार पर दर्ज हुआ धोखाधड़ी का केस
उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप केस मामले में नया मोड़ आया है. पुलिस ने इस मामले में पीड़िता पर धोखाधड़ी और जालसाजी करने का केस दर्ज किया है. पीड़िता की मां और अंकल पर भी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप हैं. न्यूज 18 की रिपोर्ट मुताबकि पीड़िता की मां और उसके अंकल पर आरोप है कि यह बात साबित करने के लिए कि रेप के समय पीड़िता नाबालिग थी, उन्होंने दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की. इस मामले में पीड़िता ने बीजेपी एमएलए कुलदीर सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था.
स्थानीय कोर्ट के आदेश पर पीड़िता और उसके परिजनों के खिलाफ रविवार को जिले के मक्खी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले में शिकायतकर्ता हरिपाल सिंह हैं, जिनकी पत्नी शशि और बेटे शुभम पर भी रेप में शामिल होने का आरोप लगा है.
कोर्ट को दिए गए एफिडेविट में हरिपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता का अवद्वेस तिवारी नाम के एक शख्स से संबंध था और पिछले साल सितंबर में वो उसके साथ भाग गई थी. इसके बाद जब वो वापस घर लौटी तो उसके परिवार वालों ने उस पर शुभम से शादी करने का दबाव डाला. हरिपाल सिंह ने आरोप लगाया कि पीड़िता के परिवार ने शादी का झांसा देकर उसके बेटे और पत्नी को झूठे केस में फंसाया.
क्या है पूरा मामला:
जून 2017 में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि वो जब कुलदीप सिंह सेंगर से नौकरी के लिए मिलने गई तो उन्होंने उसका रेप किया था. इस मामले ने जोर तब पकड़ा जब पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुदकुशी करने की कोशिश की. तब उसने आरोप लगाया था कि महीनों पहले शिकायत दर्ज करवाने के बावजूद पुलिस उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इस मामले में जब विरोध शुरू हुआ तो केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया और सेंगर को भी बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
वहीं 3 अप्रेल को खबर आई की सेंगर के भाई और उसके कुछ दोस्तों ने पीड़िता के पिता की बुरी तरह पिटाई की. इसके बाद उसके पिता को आर्म्स एक्ट और अन्य कुछ आरोपों में जेल बेज दिया गया. इसके बाद 8 अप्रैल को उनकी हालत और बिगड़ गई और पुलिस कस्टडी में ही उनकी मौत हो गई.