मायावती के गिरगिट वाले बयान पर अखिलेश का पलटवार
UP: एक तरफ जहां अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा की पूरी तैयारी हो गई हैं. पूरे जन-मानस में उल्लास और उमंग का माहौल है. तो वहीं दूसरी ओर ठंड के इस मौसम में राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है. यूपी में हमेशा से जाति की राजनीति करने वाली दो पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. हम बात कर रहे हैं बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी की. बीते 16 जनवरी को बसपा प्रमुख ने अपने जन्मदिन के मौके पर लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला किया और कहा कि उनकी पार्टी अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी. इस दौरान मायावती ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर एक बयान दिया था. मायावती ने अखिलेश यादव पर गिरगिट की तरह रंग बदलने का आरोप लगा दिया . उसी के पलटवार में आज बाराबंकी में अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों ने हमेशा सम्मान देने का काम किया है… मुझे वह समय याद है जब समाजवादियों ने संकल्प लिया था कि देश की प्रधानमंत्री उस वर्ग से हो जिन्होंने समाज की तमाम बुराइयों का सामना किया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी तो प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही थी और हमने उसपर काम भी किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम PDA यानि आधी आबादी के सम्मान की बात कर रहे हैं और वे रंग बदलने की बात कह रही है, शायद उनपर कोई दबाव है जिसकी वजह से वे ऐसा कह रही हैं.