एक और एयरलाइंस ने खुद को दिवालिया घोषित किया! सरकार ने दिया मदद का आश्वासन
New Delhi: देश के सबसे पुराने कारोबारी समूह में से एक वाडिया ग्रुप की एयरलाइंस गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है. वाडिया ग्रुप की कंपनी ने मंगलवार को कहा कि अब वह अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं है, इसलिए वह अब खुद को दिवालिया घोषित कर, इसका समाधान चाहती है. देश में एक और बड़ी एयरलाइंस के इस तरह बंद होने पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया भी आ गई है.
सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गो फर्स्ट की स्थिति पर कहा है कि ज्यूडिशियल प्रोसेस पूरी होने का इंतजार करना चाहिए. ये अपने हिसाब से काम करेगा.ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि गो फर्स्ट अपने विमानों के इंजन को लेकर सप्लाई चेन से जुड़े मुद्दों पर कठिन दौर से गुजर रही है. सरकार कंपनी की हर संभव तरीके से मदद कर रही है. इस मामले को अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ भी डिस्कस किया गया है. ये दुर्भाग्य है कि एयरलाइंस की माली हालत काफी खराब हो चुकी है. सरकार के संज्ञान में लाया गया है कि गो फर्स्ट ने एनसीएलटी का रुख किया है. हमें ज्यूडिशियल प्रोसेस को पूरा होने का इंतजार करना चाहिए.
गो फर्स्ट के सीइओ कौशिक खोना ने बताया कि कंपनी ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में स्वैच्छिक रूप से दिवालिया समाधान प्रक्रिया शुरू करने का आवेदन किया है. कंपनी के लिए इस समय अपने खर्चे उठाना भी मुश्किल हो गया है.
सस्पेंड रही गो फर्स्ट की सारी फ्लाइट्स
कंपनी के दिवालिया घोषित करने से पहले गो फर्स्ट ने 3 और 4 मई के लिए अपनी सारी फ्लाइट सर्विस को सस्पेंड करने का ऐलान कर दिया था. इस पर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कंपनी से इस वजह से यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है. इसी के साथ डीजीसीए ने कंपनी से 5 मई 2023 के बाद से उड़ानों के संचालन का पूरा प्लान बताने के लिए कहा है.