CM योगी ने सहायक शिक्षकों को बांटे नियुक्ति पत्र, 27 मई से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश में कई महीनों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे सहायक शिक्षकों के लिए सोमवार का दिन खुशहाली लेकर आया. नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे सहायक शिक्षकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र बांटे. गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आयोजित कार्यक्रम में योगी ने अपने हाथ से सहायक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए. कार्यक्रम में 854 सहायक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा ‘हमारी आवश्यकता अच्छे शिक्षकों की है. इसलिए हमने सोचा कि 12460 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने चाहिए. इसलिए आज 854 सहायक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए’.
उन्होंने यह भी कहा कि 27 मई से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. सीएम योगी ने नवनियुक्त सहायक अध्यापकों को शुभकामनाएं दीं. सीएम योगी के अनुसार जल्द ही सरकार 68,500 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी. बता दें कि प्रदेश में बीटीसी और टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी 2016 में शुरू हुई 12,460 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे.
सीएम योगी ने यह भी कहा ‘पहले प्रदेश में बहुत सारे बच्चे ऐसे बच्चे थे जो नंगे पैर स्कूल जाते थे. हमने इस समस्या को दूर करने के लिए उनके लिए जूते-मोजे और बाद में स्वेटर की व्यवस्था की’. योगी ने आगे कहा ‘बहुत बार यह भी सुनने में आया कि छात्रों को जो जूते-मोजे मिल रहे हैं, वो फट जा रहे हैं लेकिन हमने जो जूते देने की व्यवस्था की है, उनकी एक साल की गारंटी भी ली है’. उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सांसद निधि और विधायक निधि का पहला पैसा इन स्कूलों में फर्नीचर के लिए दिया जाए.
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था और उसमें सुधार पर बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले प्रदेश में बेसिक शिक्षा की हालत काफी नाजुक थी. स्कूल में बच्चे तो रहते थे लेकिन शिक्षक नहीं रहते थे. उन्होंने कहा ‘हम लोगों ने जुलाई में स्कूल चलो अभियान शुरू किया, जिसका अच्छा परिणाम मिला’. उन्होंने प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने का दावा करते हुए कहा ‘हमने शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग और लगभग सभी विभागों के अधिकारियों से कहा था कि एक-एक स्कूल को गोद लें, जिससे उनकी हालत सुधर जाए. लेकिन इस अभियान का रिजल्ट काफी अच्छा आया’.