मुसलमानों को लेकर CM ममता ने खेला नया दांव
New Delhi: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही CM ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि मैं अपने राज्य में NRC लागू नहीं होने दूंगी. उन्होंने कहा कि मैं धर्म के आधार पर किसी भी तरह की दुश्मनी के खिलाफ हूं . भाजपा हिंदू के नाम पर स्वामी विवेकानन्द की विचारधारा को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. इस देश में सभी क्षेत्रों का बहुत बड़ा योगदान रहा है.
इसके अलावा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के इमाम और मुआज्जिम को लेकर बुलाई कॉन्फ्रेंस पर भी राजनीतिक घमासान छिड़ गया है.विरोधी पार्टियों ने इस कॉन्फ्रेंस के मद्देनजर ममता पर खुलकर तुष्टिकरण और वोट की राजनीति का आरोप लगा दिया है. बता दें कि ममता बनर्जी ने आज कोलकाता में समूचे बंगाल के इमाम और मुआज्जिम की बड़ी कॉन्फ्रेंस बुलाई, जिसमें शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में इमाम और मुआज्जिम कोलकाता पहुंचे.
ममता बनर्जी ने कहा कि देश में समुदायों के बीच नफरत पैदा करने के लिए पैसे बांटे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी बंगाल में टीएमसी के खिलाफ कांग्रेस और माकपा का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, “मोदी जी छह महीने ही रहेंगे। उन्हें हटाने के लिए जो भी जरूरी होगा, हम करेंगे।” ममता ने कहा, मैं I.N.D.I.A. के साथ हूं।
सीएम ने कहा, “बीजेपी हिंदू धर्म को बेचने की कोशिश कर रही है। वे स्वामीजी से बड़े हिंदू नहीं हैं। बेलूर मठ में आप देखिए कि यहां अभी भी एक दरगाह है। रामकृष्ण ने सभी धर्मों को एक समान कहा है। सभी धर्मों का कुछ न कुछ योगदान है। मैं धर्म को नीचा नहीं दिखाती।” ममता ने कहा, “मैंने रमजान में इफ्तार पार्टी की, तो बीजेपी इसका मजाक उड़ाती है, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं।” उन्होंने कहा, “जब मैं आदिवासी मतुआ के साथ नृत्य करती हूं और जब मैं राजबंगशी नेता को माला पहनाती हूं, तो आप कुछ नहीं कहते हैं, लेकिन जब वे अल्पसंख्यकों को देखते हैं तो वे बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं।”