दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली 7 खिलाड़ियों को दी सुरक्षा
New Delhi: यौन शोषण के विरोध में रेसलर्स के धरने के बीच दिल्ली पुलिस ने 7 लेडी रेसलर्स को सुरक्षा मुहैया कराई है। उन महिला रेसलर्स को सुरक्षा दी गई है जिन्होंने यौन शोषण की FIR दर्ज कराई है। इन लेडी रेसलर्स को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुरक्षा मुहैया कराई गई है। आरोप लगाने वाली सभी 7 लेडी रेसलर्स का जल्द बयान दर्ज होगा। बयान दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस ने 7 लेडी रेसलर्स से संपर्क किया है।
उधर पहलवानों ने साफ कह दिया है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता हम डटे रहेंगे।आज भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद जंतर मंतर पहुंचे और खिलाड़ियों के समर्थन में बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगले 3 दिन में पहलवानों के आंदोलन को गांव-गांव में लेकर जाएंगे, जब जनता खड़े होती है तो अच्छे तानाशाह गिर जाते हैं.
वहीं, यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण सिंह ने आज बहुत बड़ा दावा कर इस मामले को एक नया रंग दे दिया है। बृजभूषण ने आरोप लगाया है कि यौन शोषण के आरोप की साजिश हजारों करोड़ की संपत्ति वाले एक उद्योगपति ने रची है। अगर उन्होंने उस उद्योगपति का नाम लिया तो जान को खतरा हो सकता है। बृजभूषण ने आज ये भी कहा कि साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने अपना बयान बदल दिया है। पहले उन्होंने ऑन कैमरा कहा था कि उनका शोषण नहीं हुआ है लेकिन जांच कमेटी के सामने उन्होंने अपना बयान बदल दिया।
बृजभूषण यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने एक और बड़ा दावा करते हुए कहा कि धरने पर जो भी बैठे हैं, वो हुड्डा की एकेडमी के हैं। इनके टारगेट पर प्रधानमंत्री मोदी हैं।
बृजभूषण शरण सिंह धरने को सियासी साज़िश बता रहे हैं। बृजभूषण ने ये दावा इसलिए किया क्योंकि हर रोज बड़े-बड़े नेता जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं। वे सभी रेसलर्स का समर्थन कर रहे हैं और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट किया जा रहा है। आज रॉबर्ट वाड्रा और दलित नेता चंद्रशेखर जंतर-मंतर पहुंचे। कल प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल पहुंचे थे। इनसे पहले सत्यपाल मलिक, पप्पू यादव, भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा और जयंत चौधरी धरने पर बैठे रेसलर्स से जाकर मिल चुके हैं। सबका एक ही एजेंडा है, सबके टारगेट पर प्रधानमंत्री मोदी हैं।
बृजभूषण पर दो FIR, पॉक्सो एक्ट में भी केस दर्ज
उल्लेखनीय है कि लेडी रेसलर्स द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो FIR दर्ज की। लेडी रेसलर्स की शिकायत पर कनॉट प्लेस थाने में दो FIR दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा था कि पहली एफआईआर एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था।
पॉक्सो एक्ट क्या है?
2012 में भारत सरकार ने नाबालिग बच्चों की सुरक्षा के लिए पॉक्सो बनाया था. इस कानून के तहत 18 साल से कम उम्र के लोगों को बच्चा माना गया है और उसके साथ यौन उत्पीड़न को अपराध की श्रेणी में रखा गया है. साल 2019 में कानून में संशोधन कर दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया गया है.