UN में भारत का पाक को करारा जवाब
भारत ने संयुक्त राष्ट्र ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) में अपने राइट ऑफ रिप्लाई का इस्तेमाल किया है. इसका इस्तेमाल भारत ने पाकिस्तान की प्रतिनिधी हिना रब्बानी खार को जवाब देने के लिए किया है. हिना रब्बानी खार ने देश के डिफेंस एक्यूजिशन्स की आलोचना की थी, भारत की ओर से जवाब देते हुए इसे देश के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण प्रचार’ बताया है.
इसी के जवाब में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर रही सीमा पुजानी ने कहा, ‘जब पाकिस्तान की जनता अपनी जिंदगी के लिए जंग लड़ रही है, अपनी रोज मर्रा की जरुरतों और अपनी स्वतंत्रता के लिए तरस रही है ऐसे में भारत के साथ इनका ऑब्सेशन यह दिखाता है कि इनकी प्राथमिकताएं ही गलत हैं. मैं पाकिस्तान की लीडरशिप को यह सलाह देती हूं कि वे और उनके अधिकारी अपनी जनता को लाभ देने की योजनाओं पर अपनी एनर्जी लगाएं न कि किसी बेबुनियाद प्रोपेगेंडा पर.’
उन्होंने जम्मू-कश्मीर पर तुर्की के प्रतिनिधि और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) द्वारा की गई टिप्पणियों पर भी खेद व्यक्त किया. सीमा पुजानी ने कहा, ‘हम तुर्की द्वारा भारत के आंतरिक मामले पर की गई टिप्पणियों पर खेद जताते हैं और उन्हें सलाह देते हैं कि वह हमारे आंतरिक मामले पर अवांछित टिप्पणी करने से बचें.’
पुजानी ने आगे कहा, “जहां तक ओआईसी के बयान का संबंध है, हम केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के अनुचित संदर्भों को खारिज करते हैं. फैक्ट यह है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी क्षेत्र भारत का हिस्सा थे, हैं और हमेशा रहेंगे. पाकिस्तान ने भारतीय केंद्र शासित प्रदेश पर अवैध कब्जा कर रखा है, ओआईसी को पाकिस्तान को समझाना चाहिए कि वह भारत से अवैध कब्जे को हटाए और स्पोन्सर्ड आतंकवाद को बंद करे. जबकि ओआईसी पाकिस्तान को उनके प्लेटफॉर्म को मिसयूज करने दे रहा है. जहां पर पाकिस्तान, भारत के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार में संलग्न होने का नापाक एजेंडा फैला रहा है.”