भारत की अध्यक्षता समावेशी, निर्णायक और महत्वाकांक्षी- अमिताभ कांत

New Delhi: G-20 सम्मेलन को लेकर दिल्ली पूरी तरह से तैयार है. सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए विदेशी महेमानों का पहुचंने का सिलसिला जारी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा समेत कई राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंच चुके हैं. सभी राष्ट्राध्यक्षों को अलग-अलग होटलों में ठहरने की व्यवस्था है. इस बीच नीति आयोग के CEO और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने भारत मंडपम् से प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत चुनौतीपूर्ण वक्त में अध्यक्षता कर रहा है.  भारत की अध्यक्षता चार सिद्धांतों पर आधारित है.  पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बायो फ्यूल पर जोर, तकनीकी विकास पर हमारा खास फोकस,  महिला सशक्तिकरण पर खास जोर दिया गया है. साथ ही अर्थव्यव्था और विकास की रफ्तार धीमी है. उन्होंने कहा कि जी 20 सम्मेलन में भारतीयता का खास ख्याल रखा गया है. सम्मेलन में भारत की सांस्कृतिक और विरासत की झलक देखने को मिलेगी.

भारत की जी 20 अध्यक्षता के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं के बारे में बात करते हैं जी 20 के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि हमारे लिए दूसरी प्रमुख प्राथमिकता सतत विकास लक्ष्यों को तेज करना था, क्योंकि 169 एसडीजी में से केवल 12 ही ट्रैक पर हैं और हम तय समय से काफी पीछे हैं. हम 2030 एक्शन प्वाइंट के मध्य में हैं, लेकिन हम बहुत पीछे हैं. इसलिए एसडीजी में तेजी लाना, सीखने के परिणामों में सुधार, स्वस्थ परिणाम, पोषण- ये सभी भारत के राष्ट्रपति पद के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति समावेशी, निर्णायक, महत्वाकांक्षी और कार्य-उन्मुख होना चाहिए. हम अपने राष्ट्रपति पद के दौरान समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्य-उन्मुख और बहुत निर्णायक होने के उनके दृष्टिकोण पर खरे उतरे हैं.

राष्ट्रपति जिनपिंग के शामिल नहीं होने पर ये बोले अमिताभ कांत
जी 20 समिट में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शामिल नहीं होने पर सम्मेलन के शेरपा  अमिताभ कांत ने कहा कि चीन एक बहुपक्षीय स्तंभ है. बहुपक्षीय चर्चाओं के मुद्दे द्विपक्षीय मुद्दों से बहुत अलग होते हैं और चीनी विकास के मुद्दों पर चर्चा करते हैं, और विकास से उनका दृष्टिकोण. किसी भी बहुपक्षीय चर्चा के बारे में चुनौती यह है कि आपको हर मुद्दे पर सर्वसम्मति लानी होगी, हर देश के पास वीटो शक्ति है. हम हर एक देश के साथ काम करने और उन्हें अपने साथ लाने में सक्षम हैं.

दुनिया एक परिवार है

जी 20 के शेरपा अमिताभ कांत ने आगे कहा कि जब भारत ने बाली में जी 20 की अध्यक्षता संभाली, तो हम दुनिया भर में धीमी वृद्धि और उत्पादकता के परिदृश्य के बीच में थे. भारत को लगा कि हमें अपनी अध्यक्षता ‘वसुधैव’ की थीम के साथ शुरू करनी चाहिए कुटुंबकम’- दुनिया एक परिवार है.

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