कुछ देर में ISRO लॉन्च करेगा चंद्रयान-3, भारत रचेगा इतिहास
New Delhi: भारत आज एक नया इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा रहा है. इसरो दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) मिशन को लॉन्च कर रहा है. पूरी दुनिया की निगाहें आज भारत पर टिकी हैं, क्योंकि साल 2019 में जो चंद्रयान-2 सफल नहीं हो पाया था उस काम को अब चंद्रयान-3 के जरिये पूरा करवाया जा रहा है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग LMV-3 रॉकेट के जरिए की जा रही है.
इस मिशन को LVM-3 के जरिए लॉन्च किया जा रहा है, जिसका कुल वजन 640 टन है. इस रॉकेट की कुल हाइट 43.43 मीटर है, चंद्रयान-3 का लैंडर 1749 किग्रा और रोवर 26 किग्रा का है.
विक्रम लैंडर मिशन की कुल लाइफ 1 लूनर डे यानी 14 दिन है, जबकि प्रज्ञान रोवर की लाइफ भी इतनी ही है. यहां लैंडर का काम चांद के दक्षिणी हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग कराना है और प्रज्ञान का काम चांद पर मौजूद पानी, खनिज को पता लगाना है.
इसरो शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को लॉन्च करेगा. ये भारत का तीसरा मून मिशन है, साल 2019 में जो चंद्रयान-2 लॉन्च किया गया था वह चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाया था और मिशन आखिरी वक्त पर फेल हो गया था. अब भारत चंद्रयान-3 के जरिए अपने अधूरे काम को पूरा करना चाहता है, 14 जुलाई को उड़ान के बाद चंद्रयान-3 अगस्त महीने में चांद तक पहुंच पाएगा.