J&K, पूर्वोत्तर के अभियानों में शामिल रहे अधिकारियों के साथ है सेना: रावत
नयी दिल्ली। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर में चलाए गए अभियानों में शामिल रहे सभी अधिकारियों के साथ सेना और रक्षा मंत्रालय पूरी दृढ़ता के साथ खड़ा है। सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (आफ्सपा) को कथित रूप से कमजोर बनाये जाने के खिलाफ सेना के करीब 700 अधिकारियों के उच्चतम न्यायालय पहुंचने की पृष्ठभूमि में रावत ने यह टिप्पणी की।
सूत्रों ने कहा कि यदि अधिकारी मुकदमा हार जाते हैं तो यह बहुत शर्मनाक होगा। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह अधिकारियों के साथ बातचीत में सेना प्रमुख ने सैनिकों के उच्चतम न्यायालय जाने को सही नहीं बताया था। इस संबंध में पूछे जाने पर रावत ने टिप्प्णी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मामला फिलहाल अदालत में लंबित है। एक सवाल के जवाब में रावत ने कहा, मामला अदालत में लंबित है और मैं उसपर कुछ नहीं कहना चाहुंगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर तथा ऐसे किसी भी जगह पर जहां हम आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं, वहां अभियान चलाने वाले अधिकारियों के साथ सशस्त्र बल, सरकार, रक्षा मंत्री और सभी लोग पूरी दृढ़ता से खड़े हैं।