कर्नाटक चुनाव: EC ने राजनीतिक दलों और स्टार प्रचारकों से संयम बरतने को कहा
New Delhi: निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को राजनीतिक दलों और उनके स्टार प्रचारकों को परामर्श जारी कर कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान संयम बरतने तथा चुनावी माहौल खराब नहीं करने को कहा है. ‘चुनाव प्रचार में संवाद के गिरते स्तर’ को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने ‘विशेष रूप से स्टार प्रचारक की वैधानिक स्थिति रखने वाले’ व्यक्तियों द्वारा प्रचार के दौरान ‘अनुचित शब्दावली और भाषा’ के इस्तेमाल किए जाने के दृष्टांतों का उल्लेख किया.
निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा, ‘कई शिकायतों व जवाबी शिकायतों में इस तरह के उदाहरण सामने आए हैं और इसने मीडिया का नकारात्मक रूप से ध्यान भी आकर्षित किया है.’ कर्नाटक में 10 मई को होने वाले चुनाव के लिये प्रचार जोरों पर है और इसके मद्देनजर कांग्रेस व भाजपा के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है.
चुनाव आयोग की तरफ से यह हिदायत ऐसे समय में आई है, जबकि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ गलत शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग के समक्ष बजरंग दल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर कांग्रेस द्वारा किये गये वादे और उसके नेता प्रियंक खरगे द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नालायक’ कहने का मुद्दा उठाया.
दूसरी ओर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान ऐसी टिप्णियां की हैं, जो नफरती भाषण (हेट स्पीच) के दायरे में आती हैं. पार्टी ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि भाजपा के इन तीनों प्रमुख नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी इस मांग के संदर्भ में आयोग के समक्ष प्रतिवेदन दिया. इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा, सलमान खुर्शीद और कुछ अन्य नेता शामिल थे. कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले भी निर्वाचन आयोग से आग्रह किया था कि शाह और योगी को चुनाव प्रचार करने से रोका जाए.