Kartik month 2024: शुरू हुआ साधकों की उपासना का कार्तिक मास, जब भगवान विष्णु करते हैं जल में निवास
Kartik month 2024: शास्त्रों में कार्तिक माह को ‘पुण्य माह’ कहा गया है। जितने भी पुण्य कार्य इस माह में किये जाते हैं, उनका विशेष महत्व बताया गया है। कार्तिक मास पुण्य अर्जन का मास है, यह व्रत-पर्वों तथा महोत्सवों द्वारा भगवान की आराधना का मास है। यम-नियम, संयम, भगवत कथा तथा वार्ता-श्रवण का मास है, यह व्रतियों तथा साधकों के लिए विशेष उपासना का मास है।
Kartik month 2024: कार्तिक में स्नान का है विशेष महत्व
इस माह में स्नान का भी अत्यधिक महत्व है। ‘पद्मपुराण’ तथा ‘विष्णु रहस्य’ में भी कार्तिक स्नान के बारे में बताया गया है। कार्तिक में स्नान की महिमा इस प्रकार समझी जा सकती है कि आम दिनों में एक हजार बार तथा प्रयाग में कुम्भ के दौरान गंगा स्नान करने से जो फल प्राप्त होता है, वही फल कार्तिक माह में सूर्योदय से पूर्व किसी भी नदी में स्नान करने मात्र से प्राप्त हो जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक माह के स्नान की शुरुआत शरद पूर्णिमा से होती है और इसका समापन कार्तिक पूर्णिमा को होता है। इस माह भगवान विष्णु जल के अंदर निवास करते हैं इसलिए इस महीने में किसी भी नदी एवं तालाब में स्नान करने से भगवान विष्णु की पूजा और साक्षात्कार का पुण्यलाभ प्राप्त होता है।
यदि आप पूरे माह नदियों में स्नान न भी कर पाए, तो कार्तिक शुक्ल की तेरस, चौदस एवं पूर्णिमा को स्नान अवश्य करें।
Kartik month 2024: पर्वों और तुलसी विवाह का माह
पूरा कार्तिक माह में त्योहार के रूप में मनाया जाता है। पांच दिन का दीपोत्सव धनतेरस, नरक चतुर्दशी, हनुमान पूजा, दीपावली, लक्ष्मी पूजन, यम पूजन, भगिनी ग्रह भोजन, भीष्मक पंचव्रत, विष्णु प्रबोधोत्सव तथा तुलसी विवाह, वैकुंठ चतुर्दशी आते हैं। इन्हें विधि-विधान से मनाना चाहिए।
वैसे तो तुलसी की पूजा पूरे साल करना अच्छा माना जाता है। लेकिन कार्तिक मास में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व है। कहते हैं, कार्तिक मास में तुलसी की पूजा करने से अकाल मृत्यु की आशंका कम हो जाती है। वहीं कार्तिक मास में तुलसी और शालिग्राम के विवाह की भी परंपरा चली आ रही है।
इस दिन विष्णुजी को 4 माह की निद्रा से जगाने हेतु उनके शालिग्राम रूप से माँ तुलसी का विवाह कराया जाता है। कार्तिक मास में एक महीने लगातार तुलसी के नीचे दीपक जलाने से परम पुण्य की प्राप्ति होती है और हमारे जीवन में सुख शांति स्थापित होती है।
Kartik month 2024: कार्तिक माह में ना करें ये काम
कार्तिक महीने में तामसिक चीजों का सेवन बिल्कुल भी न करें। इस माह पर गरिष्ठ भोजन, तामसिक भोजन, प्याज, लहसुन, मांस-मदिरा, द्विज अनाज, दाल आदि का त्याग किया जाता है।
कार्तिक मास में शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए। कार्तिक मास में आप सिर्फ नरक चतुर्दशी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर ही आप तेल अपने शरीर पर लगा सकते हैं। बाकी दिन भूलकर भी शरीर पर तेल न लगाएं।
कार्तिक मास में भूलकर भी उड़द,, मूंग की दाल, मसूर की दाल, चना दाल, मटर आदि नहीं खाना चाहिए। साथ ही इस महीने भूलकर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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Kartik month 2024: कार्तिक माह में जरूर करें यह काम
इस माह में दान का भी विशेष महत्व है। अपनी सामर्थ्यानुसार अन्न, वस्त्र और अन्य दान देने का प्रयास करें। कार्तिक माह में इंद्रिय संयम, विशेषकर ब्रह्मचर्य का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। इसके अभाव में अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है। इंद्रिय संयम में अन्य बातें जैसे कम बोलना, किसी की निंदा या विवाद से दूर रहना, मन पर नियंत्रण रखना, खाने के प्रति आसक्ति न रखना, अधिक सोना या जागना आदि शामिल हैं।