पहलवानों की लड़ाई को लेकर अब राष्ट्रपति-गृहमंत्री से मिलेंगे खाप प्रतिनिधि
New Delhi: पहलवानों के समर्थन में गुरुवार को मुजफ्फरनगर में महापंचायत हुई. इसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैट और खाप के कई नेता शामिल हुए. इस दौरान राकेश टिकैट ने कहा कि महापंचायत में खिलाड़ियों के पक्ष में फैसला सुरक्षित रखा गया है. कल यानी शुक्रवार को कुरूक्षेत्र में फैसला सुनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति और गृहमंत्री से मिलेंगे.
टिकैत ने कहा कि ये खाप की मीटिंग ऐतिहासिक गांव सौरम में हो रही है. ये मुद्दा पिछले 40-45 दिनों से चल रहा है. इस देश के संविधान ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने का अधिकार दिया है. ये हमारा मौलिक अधिकार है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करते हुए उन्हें उठाया गया. वे 40 दिनों तक झूठ बोलने का आरोप लगाते रहे.
राष्ट्रपति से मिलेंगे खाप प्रतिनिधि
राकेश टिकैट ने आगे कहा कि POCSO में पहले गिरफ्तारी होती थी और फिर जांच होती थी लेकिन इनके लिए कानून अलग है. खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिलेंगे और कुरूक्षेत्र में फैसला सुनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां जातियों में बांटने की कोशिश की गई. योद्धाओं की कोई जात नहीं होती. सरकार की ये चाल है. लोगों को जात, बिरादरी और धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो देश के लिए लड़ता है, उसकी सिर्फ तिरंगा जाति होती है. विदेश में सिर्फ देश के तिरंगे की पहचान होती है.किसान नेता टिकैट ने कहा कि कल कुरुक्षेत्र के पंचायत में फैसला सुनाएंगे. खाप की एक कमेटी बनेगी. यह कमेटी राष्ट्रपति और गृहमंत्री से मुलाकात करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि जहां वो 5 तारीख को मीटिंग कर रहे हैं, हम खिलाड़ियों को लेकर वहीं जाएं और उनसे ही कहें कि आप ही फैसला कर दो कि इस अत्याचारी का साथ देना है या बच्चों का.
खापों की मुजफ्फरनगर महापंचायत में रखे गए ये प्रस्ताव
- पहलवानों के मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन होगा
- दिल्ली के बॉर्डर को फिर से बंद किया जाएगा
- मेडल को गंगा में बहाने की बजाय नीलामी हो
- अंतरराष्ट्रीय महाकुश्ती संघ के जरिए नीलामी कराई जाए
- कुरुक्षेत्र में कल फिर खापों की महापंचायत होगी
- प्रदर्शन को लेकर फैसले के बारे में जानकारी दी जाएगी
अगर न्याय नहीं मिलेगा तो पूरे देश में लड़ेंगे ये लड़ाई
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि पुलिस के व्यवहार से वो बच्चे हताश हैं, अगर न्याय नहीं मिलेगा तो ये लड़ाई पूरे देश में लड़ेंगे. कल मैं अयोध्या गया वहां सभी संत महात्मा खिलाड़ियों के साथ में हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 5 तारीख को मीटिंग कर रहे हैं करे. हम भी सभाएं करेंगे. हमारे ट्रैक्टर कोई किराए के नहीं हैं. न्याय नहीं मिला तो हम इंटर नेशनल फेडरेशन में भी जाएंगे. किसान नेता ने कहा कि लड़ाई लड़ी जाएगी. वो खिलाड़ी बालक हैं, आंदोलनकारी नहीं. आंदोलन समाज करेगा. ये देश के तिरंगे का अपमान है. इसी मैसेज के साथ देश में जाएंगे