अविभाजित आंध्र प्रदेश की बागडोर संभालने वाले किरण कुमार रेड्डी भाजपा में शामिल
New Delhi: संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व और अंतिम मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। किरण प्रह्लाद जोशी की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। किरण ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए यह कदम उठाया है।
कांग्रेस आलाकमान पर साधा निशाना
पूर्व कांग्रेस नेता किरण कुमार रेड्डी ने दिल्ली में भाजपा ज्वाइन करने के बाद कांग्रेस आलाकमान पर हमला बोला। उन्होंने इशारो-इशारों में कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता उनकी नहीं सुनते थे। रेड्डी ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे कांग्रेस छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक कहावत है- ‘मेरा राजा बहुत बुद्धिमान है, वह अपने बारे में नहीं सोचता, किसी की सलाह नहीं सुनता।’
पीएम मोदी से प्रभावित
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मौके पर कहा कि किरण कुमार रेड्डी के परिवार के कई सदस्य कांग्रेस में थे। कुछ समय पहले जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि वह पीएम मोदी से प्रभावित हैं, इसलिए वह आज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि किरण भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई को और मजबूत करेंगे क्योंकि एक विधायक और मंत्री के रूप में उनकी छवि बहुत साफ रही है।
पिता की मौत के बाद बने थे सीएम
किरण रेड्डी अपने पिता और आंध्र के पूर्व पीएम राजशेखर रेड्डी की 2009 में मौत के बाद राज्य के सीएम बने थे। अविभाजित आंध्र प्रदेश में 2010 में उस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम पैदा हुआ था, जिसके चलते उन्होंने राज्य की कमान अपने हाथों में ली थी।
बता दें कि किरण रेड्डी के राजनीति करियर की शुरुआत 1989 में हुई थी। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर ही वायलपाडु से जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2014 में जब यूपीए सरकार ने आंध्र और तेलंगाना का बंटवारा किया था तो किरण रेड्डी ने नाराजगी जताते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, 2018 में राहुल गांधी ने उनकी वापसी करवा दी थी।