हो ही गया ललन का इस्तीफा, अब जेडायू की कमान नीतीश के हाथ
Bihar: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की विदाई हो गई है। अध्यक्ष पद से यह उनकी दूसरी विदाई है। इससे पहले 2010 में वह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पद से विदा होकर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार करने लगे थे।
जानकारों का मानना है कि ललन सिंह के जाने से जदयू में बड़ा सियासी बदलाव आएगा। वहीं, नीतीश कुमार के अध्यक्ष बनने से उनका पूरी तरह से पार्टी पर नियंत्रण हो जाएगा। यह नियंत्रण अब प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देगा।जदयू की कमान संभालने पर नीतीश कुमार का कद और बढ़ जाएगा। एक तो वह बिहार के मुख्यमंत्री हैं। दूसरा वह अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे। ऐसे में प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक उनका कद बढ़ जाएगा।
गुरुवार से दिल्ली में जदयू की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई है। यह काफी दिन से लंबित थी। इसलिए आयोजन करने का फैसला लिया गया। लोकसभा चुनाव को लेकर यह बैठक हुई है। इसमें तय किया गया है कि ललन सिंह की जगह नीतीश कुमार पार्टी की कमान संभालेंगे।
सियासी जानकारों की मानें तो पार्टी नीतीश का चेहरा लेकर आगामी लोकसभा चुनाव में जाना चाहती है। वहीं, दूसरी ओर खुद ललन लोकसभा चुनाव में दावेदारी ठोक सकते हैं। उधर जो भी अध्यक्ष बने, उनके सामने जदयू-राजद के बीच फिलहाल समन्वय बनाना भी चुनौती होगी और इंडिया एलायंस में भागीदारी को मजबूती से लाते हुए वापस नीतीश कुमार को यहां चेहरा के रूप में लाने की अहम जिम्मेदारी होगी, जिसमें ललन सिंह फेल माने गए हैं।