सडन कार्डियक अरेस्ट से कुछ ही मिनटों में व्यक्ति की मौत
पिछले कुछ महीनों से देश में हार्ट डिजीज से जुड़े मामले बढ़ रहे हैं. लगातार कई केस आ देखे जा रहे हैं जहां स्वस्थ व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ रहा है और मौके पर ही मौत हो रही है. कई केस ऐसे भी देखे गए हैं कि डांस करते हुए व्यक्ति अचानक बेहोश होकर गिर गया और उसकी मौत हो गई. डॉक्टर बताते हैं कि अचानक ऐसे जान का जाना सडन कार्डियक अरेस्ट की वजह से होता है. ये हार्ट की एक ऐसी गंभीर समस्या है जिसमें कुछ ही मिनटों में ही व्यक्ति की मौत हो जाती है.
कार्डियोलॉजिस्ट बताते हैं कि आजकल हार्ट डिजीज से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण सडन कार्डियक अरेस्ट ही है. ये समस्या हार्ट अटैक से भी खतरनाक होती है. अधिकतर मामलों में सडन कार्डियक अरेस्ट आने से पहले कोई लक्षण नहीं दिखते हैं. एक ये एक परेशानी हो जो बिना किसी चेतावनी के हमला करती है.हालांकि कुछ मामलों में इसके लक्षणों की पहचान भी की जा सकती है. मुख्य तौर पर एससीए होने से पहले ये परेशानियां शरीर में होने लगती हैं.
छाती में दर्द
सांस लेने में परेशानी
तेज पसीना आना
धड़कनों का तेज चलना
क्या होता है सडन कार्डियक अरेस्ट
सडन कार्डियक अरेस्ट होने पर दिल अचानक से काम करना बंद कर देता है. इससे शरीर के अंगों में ब्लड की सप्लाई रूक जाती है और व्यक्ति की पल्स गिरने लगती है. साथ ही बीपी भी थम जाता है, जिससे व्यक्ति बेहोश हो जाता है. शरीर में ये पूरी प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में हो जाती है. बेहोश होने के बाद अगर तुरंत इलाज न मिले तो मौके पर ही मौत भी हो जाती है.
डॉ जैन के मुताबिक, सडन कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक की तुलना में काफी खतरनाक है. हार्ट अटैक के कुछ मामलों में व्यक्ति बच भी जाता है. अगर माइनर अटैक आता है तो जान का खतरा नहीं होता, लेकिन सडन कार्डियक अरेस्ट में मौत होने की आशंका काफी अधिक रहती है. जिन लोगों को पहले से ही हार्ट की कोई बीमारी है उनके कार्डियक अरेस्ट होने का खतरा अधिक रहता है.
कैसे करें अपना बचाव
डॉक्टरों के मुताबिक, हार्ट की किसी भी बीमारी से बचाव के लिए खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. शराब और सिगरेट पीने से बचें. रोजाना कम से कम आधा घंटा कोई न कोई एक्सरसाइज जरूर करें.