शिंदे की शिवसेना में शमिल हुए मिंलिंद देवड़ा, आज सुबह छोड़ा था कांग्रेस का हाथ
Maharastra: पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर शिंदे गुट की शिवसेना में शमिल हो गए.वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए हैं. इस दौरान शिंदे ने उन्हें भगवा झंड़ा भी भेंट किया. भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से ठीक पहले मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने की घोषणा करने की टाइमिंग पर कांग्रेस ने सवाल उठा रही है.
वहीं शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए भावनात्मक दिन है। मुझे लगता था कि मैं कांग्रेस कभी नहीं छोडूंगा। कांग्रेस और मेरा 55 साल का रिश्ता था, लेकिन आज मैं इसे खत्म करता हूं।
बता दें कि पिछले दिनों जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जब अपनी टीम का विस्तार किया था तब देवड़ा को संयुक्त कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन इसके बीस दिन बाद ही उनका कांग्रेस से मोह भंग हो गया और उन्होंने पार्टी छोड़ दी। माना जा रहा है कि वह दक्षिण मुंबई की अपनी पारिवारिक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे।
चूंकि मिलिंद भी इसी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और दो बार सांसद रहे हैं। लेकिन अरविंद ने शिवसेना में टूट के दौरान उद्धव ठाकरे का मजबूती से साथ दिया था तो उद्धव भी उनका टिकट नहीं काटना चाहते हैं। इससे मिलिंद की सीट बदली जाने की संभावना नजर आ रही थी। वह अपनी इस चिंता को लेकर कई बार आलाकमान से बात करना चाहते थे। लेकिन बात बन नहीं पाई और आखिरकार मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे ही दिया था।
कांग्रेस ने लगाया आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मिलिंद के पार्टी छोड़ने की घोषणा का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित किया गया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि देवड़ा ने इस शुक्रवार को उनसे फोन पर बात की थी और कहा कि वह मुंबई साउथ लोकसभा सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के दावे पर राहुल गांधी से बात करना चाहते हैं. मिलिंद देवड़ा और उनके पिता मुरली देवड़ा दोनों मुंबई साउथ से सांसद रह चुके हैं.