बाल विवाह पर एक्शन से तिलमिलाए ओवैसी, कहा असम की सरकार मुस्लिमों के विरोध में कर रही काम
Aasam: असम में राज्य सरकार ने बाल विवाह करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का जिम्मा उठाया है. इस बीच पुलिस की ओर से भी खबर आई है कि प्रदेश में 4 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 8 हजार आरोपियों की सूची बनाई गई है. वहीं सीएम हिमंत बिस्वा सरमाने शनिवार को कहा कि अब तक राज्य में 2200 से ज्यादा लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. इस पर एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि असम की सरकार मुस्लिमों के विरोध में काम कर रही है.
ओवैसी ने बाल विवाह पर राज्य सरकार के सख्त रवैये पर कहा है, ‘जिनकी शादी हो चुकी है उन लड़कियों का आप क्या करेंगे?’ उन्होंने इस दौरान चिंता जाहिर की है कि उन लड़कियों का क्या होगा जिनकी शादी पहले ही हो गई है. उन्होंने कहा, ‘उनकी देखभाल कौन करेगा? आपने(असम सरकार) 4,000 मामलें दर्ज़ किए. क्या आप नए स्कूल क्यों नहीं खोल रहे हैं?’
इतना ही नहीं उन्होंने राज्य सरकार पर मुस्लिमों के साथ पक्षपात करने का आरोप भी लगाया है. ओवैसी ने कहा है कि असम में भाजपा की सरकार मुसलमानों के प्रति पक्षपाती है. वही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ लगातार दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी है और अब तक 2,200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस सामाजिक अपराध के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
असम पुलिस ने बाल विवाह के खिलाफ व्यापक मुहिम के तहत शुक्रवार तक 2,044 लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में ऐसे विवाह कराने वाले पंडित और मौलवी भी शामिल हैं. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी साझा की थी. पुलिस ने कहा कि उनके पास 8,000 आरोपियों की सूची है और यह अभियान जारी रहेगा. वहीं, महिलाओं ने विभिन्न जिलों में इस कदम का यह कहते हुए विरोध भी किया कि उनके सामने आजीविका की समस्या होगी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों को बताया कि राज्य भर में शुक्रवार सुबह से मुहिम शुरू की गई थी और यह अगले तीन से चार दिन तक जारी रहेगी. राज्य मंत्रिमंडल ने 23 जनवरी को यह फैसला किया था कि बाल विवाह के दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा और साथ ही व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. इस घोषणा के एक पखवाड़े से भी कम समय में पुलिस ने बाल विवाह के 4,004 मामले दर्ज किए हैं.