PM मोदी ने 5G टेस्टबेड किया लॉन्च, बोले- यह तकनीक देश की गवर्नेंस में सकारात्मक बदलाव लाएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के रजत जयंती समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि आज जब आपकी संस्था ने 25 साल पूरे किए हैं, तब देश आजादी के अमृत काल में अगले 25 वर्ष के रोडमैप पर काम कर रहा है। नए लक्ष्य तय कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे देश को अपना, खुद से निर्मित 5G Testbed राष्ट्र को समर्पित करने का अवसर मिला है। ये टेलिकॉम सेक्टर में क्रिटिकल और आधुनिक टेक्नोलॉजी की आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक अहम कदम है। मैं इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी साथियों को, हमारे IITs को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस दौरान केंद्रीय आईटी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव व अन्य लोग के मौजूद रहे। मोदी ने कहा कि 5Gi के रूप में जो देश का अपना 5G standard बनाया गया है, वो देश के लिए बहुत गर्व की बात है। ये देश के गांवों में 5G टेक्नोलॉजी पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि 5G-Testbed देश के गांवो में 5-G तकनीक पहुंचाने और उस काम में बड़ी भूमिका निभाएगा। ये 21वीं सदी के कनेक्टिविटी देश की गतिविधी को निर्धारित करेगी। 5-G तकनीक देश की गवर्नेंस में सकारात्मक बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि 5G टेक्नोलॉजी भी देश की गवर्नेंस में, ease of living, ease of doing business में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है। इससे खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और logistics, हर सेक्टर में ग्रोथ को बल मिलेगा। इससे सुविधा भी बढ़ेगी और रोज़गार के भी अनेक अवसर बनेंगे।प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भरता और स्वस्थ स्पर्धा कैसे समाज में, अर्थव्यवस्था में multiplier effect पैदा करती है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारा टेलिकॉम सेक्टर है। 2G काल की निराशा, हताशा, करप्शन, पॉलिसी पैरालिसिस से बाहर निकलकर देश ने 3G से 4G और अब 5G और 6G की तरफ तेज़ी से कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में सरकार जिस तरह नई सोच और एप्रोच के साथ काम कर रही है, उससे आप सभी भली-भांति परिचित है। Silos वाली सोच से आगे निकलकर अब देश whole of the government approach के साथ आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा कि 2014 से पहले भारत में 100 ग्राम पंचायतें भी ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी से नहीं जुड़ी थीं। आज हम करीब पौने दो लाख ग्राम पंचायतों तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचा चुके हैं। कुछ समय पहले सरकार ने देश के नक्सल प्रभावित अनेक जनजातीय जिलों में 4जी सुविधा पहुंचाने की बड़ी शुरुआत करी है।