पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक में जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने का जोर दिया
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड 19 और इन्फ्लुएंजा की स्थिति का आकलन करने के लिए आज एक हाईलेवल मीटिंग की. ये बैठक तब हुई है जब देश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी आई है. साथ ही पिछले 2 हफ्तों में कोविड-19 के केस भी बढ़े हैं.
बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों को पॉजिटिव केसेज का जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. यदि कोई नया वेरिएंट है तो इससे उसकी ट्रैकिंग की जा सकेगी.
उन्होंने कोविड को देखते हुए मास्क पहनने पर जोर दिया है. अस्पताल में मरीज, हेल्थ प्रोफेशनल्स और हेल्थ वर्कर्स भी मास्क पहनें. उन्होंने सलाह दी कि सीनियर सिटीजन और जो लोग बीमार हैं, वो भीड़ में मास्क का उपयोग करें. पीएम ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-वैक्सीनेशन और कोविड नियमों के पालन पर जोर दिया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी खत्म नहीं हुई है और नियमित तौर पर देशभर में इसकी स्थिति की निगरानी करने की आवश्यकता है. प्रयोगशालाओं की निगरानी हो, टेस्ट बढ़ाए जाएं. मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए ताकि पता चल सके कि हमारे अस्पताल सभी आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं. अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता पर नजर रखी जाए, इसके साथ ही आवश्यक दवाओं आदि में किसी प्रकार की कमी न हो.
पीएम मोदी ने इससे पहले 22 दिसंबर 2022 को देश में कोरोना वायरस की समीक्षा की गई थी. तब उन्होंने जो निर्देश दिए थे, उन पर जो भी एक्शन लिए गए, उन पर भी इस बैठक में चर्चा हुई.
उन्हें बताया गया कि कोविड की 20 प्रमुख दवाओं, 12 अन्य दवाओं, 8 बफर दवाओं और 1 इन्फ्लुएंजा दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रखी जा रही है. 27 दिसंबर 2022 को 22,000 अस्पतालों में एक मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई थी.
बैठक में प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल; राजीव गौबा, कैबिनेट सचिव; स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव, आईसीएमआर डीजी अमित खरे, सलाहकार, पीएमओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.