PM Modi Nomination: जानिए कौन हैं वे 4 प्रस्तावक, जिन्हें पीएम मोदी ने अपने नामांकन के लिए चुना
PM Modi Nomination: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से तीसरी बार अपना नामांकन भरा. इससे पहले पीएम मोदी ने यहां गंगा नदी के किनारे दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की. इसके बाद प्रधानमंत्री ने काल भैरव मंदिर के दर्शन किये. यहां से सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे और नामांकन दाखिल किया.
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी पीएम मोदी के चार प्रस्तावक तैयार थे, जिसमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर शामिल हैं.
पिछले दो लोकसभा चुनाव में वारणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब 8 प्रस्तावक बनाए जा चुके हैं. उसमे से 3 लोगों की मौत हो चुकी है. 2014 में मोदी के प्रस्तावकों के तौर पर गिरिधर मालवीय, शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, वीरभद्र निषाद और अशोक कुमार थे, वहीं, साल 2019 में डॉ. रमाशंकर पटेल, प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ला, डोमराजा जगदीश चौधरी और बीजेपी के कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता थे.
PM Modi Nomination: ये हैं PM मोदी के 4 प्रस्तावक
पीएम मोदी के नामांकन के मौके पर चार प्रस्तावक मौजूद रहे. इनमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर शामिल हैं. काशी की ज्योतिष परम्परा से आने वाले ब्राह्मण समाज से गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, जनसंघ के समय से पार्टी से जुड़े बैजनाथ पटेल, ओबीसी समाज से ही लालचंद कुशवाहा और दलित समाज से आने वाले संजय सोनकर पीएम के प्रस्तावक बने.
पंडित गणेश्वर शास्त्री:
पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था.वो ब्राह्मण समाज से हैं.इसके अलावा उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के समय थी शुभ मुहूर्त निकाला था. आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार से भी सम्मानित हैं. गणेश्वर शास्त्री मूल रूप से दक्षिण भारत से काशी आए थे. वर्तमान में वह काशी के रामघाट इलाके में गंगा किनारे रहते हैं.
बैजनाथ पटेल:
जनसंघ के समय के कार्यकर्ता हैं. वर्तमान में वह सेवापुरी के हरसोस गांव में रहते हैं. सेवापुरी और रोहनिया विधानसभा में लगभग सवा दो लाख मतदाता हैं.
लालचंद कुशवाहा:
ओबीसी समाज से आते हैं. वाराणसी कैंट विधानसभा में घर है. भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं. कुशवाहा समाज में अच्छी पैठ.
संजय सोनकर:
दलित समाज में अच्छी पैठ है. भाजपा के जिला महामंत्री हैं. पीएम के भरोसेमंद लोगों में से एक हैं.जमीन से जुड़े कार्यकर्ता हैं.
PM Modi Nomination: कौन होते हैं हैं प्रस्तावक
चुनावों में प्रस्तावक की भूमिका काफी अहम होती है. ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं. आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए 10 प्रस्तावकों की जरूरत होती है.
कई बार प्रस्तावकों के कारण चुनाव का रुख ही बदल जाता है, जैसा इस बार सूरत लोकसभा सीट पर देखने को मिला था. नियमों के अनुसार, अगर कोई उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है, तो निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदाता को उसकी उम्मीदवारी का प्रस्ताव देना आवश्यक होता है. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं
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PM Modi Nomination: प्रस्तावक के बिना नामांकन हो सकता है रद्द
चुनावों में प्रस्तावकों के बिना किसी उम्मीदवार का नामांकन अधूरा माना जाता है. नियमों के अनुसार, रिटर्निंग ऑफिसर को प्रस्तावकों के हस्ताक्षर सत्यापित करने होते हैं. अगर एक संक्षिप्त पूछताछ के बाद रिटर्निंग ऑफिसर यह कहता है कि हस्ताक्षर असली नहीं हैं, जैसा प्रस्तावक ने दावा किया है, तो प्रस्तावकों के कारण भी नामांकन पत्र रद्द किया जा सकता है. कुछ ऐसा ही इस बार सूरत लोकसभा सीट पर देखने को मिला था, जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी को यहां से विजयी घोषित कर दिया था.