कांग्रेस पर दबाव, बदायूं सीट से चाचा शिवपाल को टिकट, क्या है अखिलेश यादव की रणनीति?
UP: समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है. इस सूची में पांच उम्मीदवारों के नाम हैं. चार सीटों के लिए उम्मीदवार के नाम का एलान किया गया है और अब पार्टी कुल 31 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है. वहीं, बदायूं सीट से अखिलेश ने अपना उम्मीदवार बदला है. पहले इस सीट से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया गया था, लेकिन अब शिवपाल यादव यहां से चुनाव लड़ेंगे.
बदायूं से स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्र सांसद हैं. वह 2019 में बीजेपी के टिकट पर धर्मेंद्र यादव को हराकर चुनाव जीती थीं. उन्हें फिर से टिकट मिलने की पूरी संभावना है. ऐसे में वह चुनाव की तैयारी में लगी हैं. इसके इतर अखिलेश यादव से नाराज सलीम सेरवानी भी इसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वह पहले भी कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं. समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव 2019 में भी बड़े अंतर से हार गए थे. शायद इसी वजह से अखिलेश ने मुश्किल सीट से शिवपाल को टिकट दिया है.
सपा अपना रही दबाव की रणनीति !
अभी तक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत पूरी नहीं हो सकी है. ऐसे में सपा की ओर से वाराणसी से प्रत्याशी घोषित करने को कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लखनऊ में प्रवेश करते ही सपा ने यह सूची जारी की है. समाजवादी पार्टी ने वाराणसी में सुरेंद्र पटेल को उम्मीदवार बनाया है. जबकि ये सीट अखिलेश यादव ने कांग्रेस को पहले ऑफ़र की थी. यहाँ से यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय चुनाव लड़ते रहे हैं. 2014 में भी समाजवादी पार्टी ने उन्हें नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनका टिकट कट गया था.
80 में 31 सीटों पर सपा उम्मीदवार घोषित
पार्टी अब तक 31 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. सपा ने इससे पहले 30 जनवरी को उत्तर प्रदेश की 16 लोकसभा सीटों पर और 19 फरवरी को 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किये थे. पहली सूची में बदायूं सीट पर घोषित उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को बदलकर अब शिवपाल यादव को उम्मीदवार बनाया गया है.
तीसरी लिस्ट में किसे मिला मौका?
कैराना- इकरा हसन
बदायूं- शिवपाल सिंह यादव
बरेली- प्रवीण सिंह ऐरन
हमीरपुर- अजेंद्र सिंह राजपूत
वाराणसी- सुरेन्द्र सिंह पटेल