रायबरेली की राख, मकराना का मार्बल, महाराष्ट्र की लकड़ी….राम मंदिर के लिए कहां-कहां से आया समान
Ayodhya: अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं. कार्यक्रम शुरू होने से पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि राम मंदिर के लिए कौन सी चीजें कहां से आईं हैं. चंपत राय के मुताबिक राख रायबरेली के ऊंचाहार से आई है जबकि ग्रेनाइट तेलंगाना और कर्नाटक से आया है. मंदिर के पत्थर राजस्थान के भरतपुर जिले के हैं. वहीं सफेद रंग का मार्बल राजस्थान के मकराना का है. मंदिर के दरवाजों की लकड़ी महाराष्ट्र के वल्लारशाह की है, उस दरवाजे पर सोना चढ़ाया गया है और यह सोना मुंबई के डायमंड व्यापारी की ओर से भेंट किया गया है.
रामलला की प्रतिमा जिस पत्थर से बनी है, वह कर्नाटक का है. जिस कारीगर ने मूर्ति बनाई है, वह हैं अरूण योगीराज. अरूण योगीराज की उम्र 41 साल है. केदारनाथ में शंकराचार्य की प्रतिमा अरूण योगीराज ने बनाई है. सथ ही दिल्ली के इंडिया गेट पर सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा भी अरूण योगीराज ने ही बनाई है. लकड़ी के दरवाजों की नक्काशी का काम हैदराबाद के अनुराधा टिंबर ने किया है. कपड़े दिल्ली के मनीष त्रिपाठी ने तैयार किया है.