Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: कौन हैं राममोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी, जो मोदी 3.0 में टीडीपी के कोटे से बनेंगे मंत्री
Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे आयोजित एक सादे समारोह में मोदी 50 से 55 मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं. इसमें उनके सहयोगी दल टीडीपी 2 मंत्री पद देने की खबर है. जिनमें तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के किंजरापु राम मोहन नायडू और पेम्मासानी चंद्रशेखर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रविवार को शपथ लेने वाले केंद्रीय मंत्रियों में शामिल होंगे.
राम मोहन नायडू श्रीकाकुलम निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार सांसद चुने गये हैं. वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार चंद्रशेखर गुंटूर से पहली बार चुने गए हैं.
Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: तीसरी बार सांसद बनें नायडू मोदी कैबिनेट में सबसे कम उम्र के मंत्री
मोदी कैबिनेट के संभावित मंत्रियों में सबसे चर्चित नाम इस समय तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के सांसद राम मोहन नायडू किंजरापु का है.बीजेपी के बाद टीडीपी की एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी है, जिसे 16 सीटें मिली हैं.सिर्फ 36 साल के राम मोहन नायडू का टीडीपी के कद बेहद बड़ा है. वह आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम सीट से तीसरी बार सांसद चुनकर आए हैं.
बता दें कि राम मोहन नायडू, चंद्रबाबू नायडू के बेहद करीबी और खास माने जाते हैं. राम मोहन नायडू को राजनीति विरासत में मिली है. उनके पिता येरन नायडू भी टीडीपी के बड़े नेताओं में शुमार रहे हैं. पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के बाद राम मोहन नायडू ने राजनीति में कदम रखा था.
Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: पिता की विरासत को आगे बढ़ाया
पिता की हुई असमय मृत्यु राम मोहन नायडू का राजनीति में ले आई. 18 दिसंबर, 1987 को जन्मे राम मोहन नायडू इलेक्ट्रिक इंजीनियर हैं. हायर स्टडी के लिए अमेरिका गए. एमबीए राम मोहन ने एमबीए किया और नौकरी के लिए सिंगापुर चले गए. लेकिन अचानक पिता का साया उनके सिर से उठ गया. वो वापस चले आए. और 2014 में आंध्र प्रदेश की राजनीति में प्रवेश किया. 26 साल की उम्र में श्रीकाकुलम से पहली बार सांसद चुने गए. इसके बाद इन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: 2020 में संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं
चंद्रबाबू नायडू के मुश्किल दौर में राम मोहन नायडू एक पिलर के रूप में उनके साथ खड़े रहे.राम मोहन नायडू ने दिल्ली में टीडीपी चीफ के बेटे नारा लोकेश के साथ काफी काम किया था. राम मोहन करीब 9 साल से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय थे, ऐसे में नारा लोकेश के साथ मिलकर उन्होंने चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाई.
राम मोहन नायडू, 2020 में संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हैं.
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Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: सबसे अमीर सांसद हैं TDP के चंद्रशेखर पेम्मासानी
आंध्र प्रदेश के गुंटूर लोकसभा क्षेत्र से तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के उम्मीदवार पेम्मासानी चंद्रशेखर ने जीत दर्ज की है और आज वह मोदी की नई कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेंगे. एनआरआई डॉक्टर से सांसद बने पेम्मासानी देश के सबसे अमीर सांसद हैं उनके पास 5,705 करोड़ रुपये से अधिक की पारिवारिक संपत्ति है. देश में सबसे अमीर उम्मीदवार चंद्रशेखर ‘यूवर्ल्ड’ के संस्थापक और सीईओ भी हैं.
Rammohan Naidu and Chandrashekhar Pemmasani: डॉक्टर से राजनेता बने
गुंटूर जिले के बुर्रिपालेम गांव के रहने वाले चंद्रशेखर ने 1999 में हैदराबाद के उस्मानिया मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया. बाद में वह अमेरिका चले गए और अपना पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा किया.चंद्रशेखर (48) ने पेनसिल्वेनिया के डैनविले में गीसिंजर मेडिकल सेंटर में इंटरनल मेडिसिन में एम.डी. किया है. उन्होंने जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय में एक संकाय के रूप में काम किया और एक चिकित्सक के रूप में प्रैक्टिस की.