सीमा मुद्दे पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा, आज लोकायुक्त बिल लाएगी सरकार
विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से नागपुर में शुरू हो गया है। कोरोना काल के बाद और प्रदेश में सत्ता हस्तांतरण के बाद नागपुर में होने वाला यह पहला अधिवेशन है। यह सत्र 30 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान महापुरुष, महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद, किसान आत्महत्या, भारी बारिश, राज्य से पारित परियोजनाओं को लेकर दिए गए विवादित बयानों सहित विभिन्न मुद्दों पर सत्र के हावी रहने की संभावना है। साथ ही सत्ता पक्ष भी विपक्ष के हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। इस बीच, अधिवेशन को देखते हुए नागपुर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। ट्रांसपोर्ट सिस्टम में भी कई बदलाव किए गए हैं।
इसके साथ ही आज महाराष्ट्र सरकार विधानसभा सत्र में लोकायुक्त बिल लेकर आएगी। इससे पहले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी। उन्होंने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक में हमने अहम फैसले लिए हैं। हमने लोकपाल की तर्ज पर महाराष्ट्र में लोकायुक्त शुरू करने की अन्ना हजारे कमेटी की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है।
कुछ सदस्य पार्टी सिंबल के साथ हॉल में आए। नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने मांग की कि उनका विरोध कर इस तरह की प्रथा को खत्म नहीं किया जाना चाहिए। कर्नाटक के बेलगाम कलेक्टर ने सीमा विवाद मामले में मंत्री पर कैसे लगाया बैन, क्या अधिकार है उनका? अजित पवार ने चेतावनी दी कि इस जुल्म को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सीमा विवाद पर शिंदे की अपील
विधानसभा में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहली बार, केंद्रीय गृह मंत्री ने अंतर्राज्यीय सीमा विवाद (महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच) में मध्यस्थता की है। इस मुद्दे पर अब राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमें सीमावर्ती निवासियों के साथ एक साथ खड़ा होना चाहिए।