हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेन के खिलाफ जंग में तेजी लाएगा रूस
Russia: रूस की वायुसेना को जल्द ही नई हाइपरसोनिक मिसाइलों(hypersonic missiles) से लैस किया जाएगा. रूस के कमांडिंग ऑफिसर के हवाला से एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है. रूस के कमांडर सर्गेई कोबिलाश का हवाला देते हुए कहा गया है कि लंबी रेंज वाली मिसाइल सीरिज में अब नई क्रूज हाइपरसोनिक मिसाइलों को जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है. इस कोशिश को परमाणु हमले की कोशिशों से भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन ने ऐलान कर रखा है कि लड़ाई को भी वो किसी भी हद तक ले जा सकते हैं.
हरहाल, रूस ने इससे पहले दावा किया था कि हाइपरसोनिक एरोबॉलिस्टिक मिसाइलों के साथ किंजल एविएशन मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल इसी साल मार्च में यूक्रेन के खिलाफ कर चुका है. यूक्रेन में इवानो-फ्रैंकिवस्क क्षेत्र के डेलियाटिन गांव में हमला किया गया था. उस दौरान मिसाइलों का इस्तेमाल पश्चिमी यूक्रेन में एक हथियारों के गोदाम को तबाह करने के लिए किया गया था. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने किंजल मिसाइल को “एक आइडल वेपन” करार दिया था.
क्या है हाइपरसोनिक मिसाइल?
हाइपरसोनिक मिसाइल आवाज की गति से कम से कम पांच गुना तेज या मैक 5 लगभग 3,836 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. फायर किए जाने के बाद इसकी दिशा भी बदली जा सकती है, जिसकी वजह से ये दुश्मन की पकड़ में नहीं आती और टारगेट को हिट करने में सक्षम होती है.
यूक्रेन रूस के खिलाफ ना केवल युद्ध के मोर्चे पर करारा जवाब दे रहा है, बल्कि वो कूटनीतिक रणनीति पर भी काम कर रहा है. यूक्रेन ने रूस को संयुक्त राष्ट्र से हटाने की मांग कर डाली है. संयुक्त राष्ट्र से रूस को हटाने की यूक्रेन की मांग को उसके विदेश मंत्री देमित्रो कुलेबा ने भी पुष्टि की है. मांग के पीछे तर्क दिया गया है कि 1991 में यूएसएसआर को सीट दी गई थी. रूस को नहीं, इसलिए उनकी सदस्यता नाजायज है.