SCO summit 2022 -उज्बेकिस्तान में होगी नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात
मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह उज्बेकिस्तान में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात करेंगे और रणनीतिक स्थायित्व, एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति तथा संयुक्त राष्ट्र और जी-20 के सदस्य देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। क्रेमलिन की ओर से यह जानकारी दी गई। पुतिन और मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद में 15-16 सितंबर के बीच आयोजित होने वाली, शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की 22वीं राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे।रूसी आधिकारिक समाचार एजेंसी टीएएसएस के अनुसार राष्ट्रपति के सहायक अधिकारी यूरी उशाकोव ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय एजेंडा पर भी मोदी के साथ बातचीत होगी तथा दोनों पक्ष रणनीतिक स्थायित्व, एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और बड़े बहुपक्षीय संगठनों जैसे कि संयुक्त राष्ट्र, जी-20 और एससीओ के सदस्य देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।” उशाकोव ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, “यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष होगा और 2023 में वह एससीओ का नेतृत्व करेगा तथा जी-20 समूह का भी अध्यक्ष होगा।” भारत के विदेश मंत्रालय ने अभी तक मोदी और पुतिन के बीच बैठक की पुष्टि नहीं की है। मंत्रालय ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे की घोषणा करते हुए कहा था कि वह एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर कुछ द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा ले सकते हैं। दोनों नेताओं ने एक जुलाई को फोन पर बात की थी और राष्ट्रपति पुतिन के दिसंबर 2021 दौरे के दौरान लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा की थी। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद 24 फरवरी को मोदी और पुतिन के बीच बातचीत हुई थी।इस बीच, टीएएसएस की खबर के मुताबिक रूस और भारत के बीच व्यापार 2022 की पहली छमाही में बढ़कर 11.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। खबर में कहा गया कि दोनों देशों के बीच हुए व्यापार में पिछले साल के मुकाबले 120 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। समरकंद में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ मोदी की संभावित मुलाकात की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। पाकिस्तान के डॉन अखबार ने बुधवार को कहा कि मोदी से मुलाकात की शरीफ की कोई योजना नहीं है हालांकि, शिष्टाचार भेंट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।