अमेरिका में बर्फीले तूफान का कहर, न्यूयॉर्क में इमरजेंसी घोषित
Washington: में बम साइक्लोन (Bomb Cyclone) यानी ‘सर्दियों के तूफान’ से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. क्रिसमस की छुट्टियों के बीच लोग मौज-मस्ती करने की सोच रहे थे, लेकिन उन्हें बर्फीले तूफान के कारण अपने घरों के अंदर ही दुबक के रहना पड़ रहा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बम चक्रवात से 14 लाख से अधिक घरों की बिजली गुल हो गई. ब्लैकआउट और तापमान में गिरावट के कारण व्यवसाय गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि ब्लैकआउट की ज्यादातर घटनाएं पूर्वी अमेरिका में हुई हैं, जहां तूफान में पेड़ उखड़कर बिजली लाइनों पर गिर गए, जिसके कारण इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन प्रभावित हुआ.
देश के पश्चिमी राज्य मोंटाना में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. चक्रवाती तूफान के कारण अमेरिका के मध्य राज्यों के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई. नेशनल वेदर सर्विस ने बताया कि डेस मोइनेस, आयोवा में तापमान -37°F (-38°C) रहा, जो 5 मिनट से भी कम समय में फ्रॉस्टबाइट पैदा कर सकता है, मतलब यदि इंसान खुली हवा के संपर्क में आ जाए तो ठंड के कारण उसकी स्किन डेड हो सकती है, इंटरनल टीश्यूज डैमेज हो सकते हैं. देशभर में 3,000 से अधिक फ्लाइट्स खराब मौसम के कारण रद्द करनी पड़ीं. बम साइक्लोन के कारण अकेले उत्तरी कैरोलिना ने 1,81,000 से अधिक घरों ने आउटेज का सामना किया. वर्जीनिया और टेनेसी में स्थिति खराब रही.
न्यूयॉर्क के गवर्नर ने शहर में आपातकाल की घोषणा कर दी है, क्योंकि यहां ठंड असहनीय हो गई है और टेम्परेचर -45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.