सोनिया गांधी ने रायबरेली के लोगों को लिखी भावुक चिट्ठी, बताई चुनाव न लड़ने की वजह
New Delhi: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को भावुक चिट्ठी लिखी है. गांधी परिवार का रायबरेली से पुराना नाता रहा है. ऐसे में इस बार यहां से चुनाव न लड़ने का फैसला करने के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता को पत्र लिखा है. इस भावुक पत्र में सोनिया गांधी ने चुनाव न लड़ने की वजह अपनी उम्र और स्वास्थ्य को बताया है.
सोनिया ने पत्र में रायबरेली की जनता से कहा, “मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है. वह रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर पूरा होता है. यह नेह-नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है. रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं. आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फिरोज गाधी को यहां से जिताकर दिल्ली भेजा. उनके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी जी को आपने अपना बना लिया. तब से अब तक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई.”
रायबरेली से 2024 का लोकसभा चुनाव न लड़ने की वजह बताते हुए सोनिया गांधी ने पत्र में लिखा, “अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी. इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है कि मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा. मुझे पता है कि आप भी हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे जैसे अब तक संभालते आये हैं. बड़ों को प्रणाम. छोटों को स्नेह. जल्द मिलने का वादा.”
सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया. पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, मैं यह कभी भूल नहीं सकती. यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है.
कल ही राज्यसभा के लिए भरा नामांकन
बता दें कि सोनिया गांधी ने 14 फरवरी को ही राज्यसभा के लिए नामांकन किया है. वह राजस्थान के जरिए उच्च सदन में प्रवेश करेंगी. नामांकन के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे. जिस राज्यसभा सीट से सोनिया गांधी उच्च सदन जा रही हैं, वह सीट पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सदस्यता खत्म होने के बाद खाली हुई है.