G-20 की सफलता भारत-अमेरिका की साझेदारी की सफलता- जयशंकर
Washington: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया राजकीय यात्रा के बाद भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते संबंधों की प्रशंसा की है।वाशिंगटन में भारतीय समुदाय से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज एक स्पष्ट संदेश है कि भारत-अमेरिका संबंध अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं।उन्होंने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका संबंध चांद से भी और आगे तक जाएंगे।
शनिवार को वाशिंगटन में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित ‘सेलिब्रेटिंग कलर्स ऑफ फ्रेंडशिप’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा, “कई मायनों में अमेरिका के साथ हमारे संबंधों के लिए यह शानदार और कुछ बहुत अलग समय रहा है। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कहा था कि आपने अभी तक कुछ भी नहीं देखा है। हम इस रिश्ते को एक अलग स्तर और अलग जगह पर ले जाने जा रहे हैं।”
पूर्व भारतीय प्रधानमंत्रियों की पिछली अमेरिका यात्राओं की तुलना करते हुए जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मई यात्रा कई मायनों में अलग है।उन्होंने कहा, “अगर आप मुझसे पूछें कि क्या बदलाव आया है। जो बदलाव आया है वह यह है कि पहले भारत और अमेरिका एक-दूसरे के साथ व्यापार करते थे और अब वे एक-दूसरे के साथ काम करते हैं।”उन्होंने कहा, “भारत-अमेरिका अब एक-दूसरे को बहुत सकारात्मक भागीदारों के रूप में देखते हैं।”
विदेशी मंत्री जयशंकर ने भारत में G-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन का श्रेय अमेरिका को भी दिया है।उन्होंने कहा, “मेजबान के रूप में जब चीजें अच्छी होती हैं तो मेजबान को हमेशा श्रेय मिलता है। यह उचित है, लेकिन G-20 के सभी सदस्य इसकी सफलता के लिए काम नहीं करते तो G-20 एक साथ नहीं आ पाता।”उन्होंने कहा, “मेरे लिए G-20 की सफलता भारत-अमेरिका साझेदारी की सफलता भी थी।”
जयशंकर ने अपने संबोधन के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में जोश लाने के लिए वाशिंगटन में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू की तारीफ की।उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में अमेरिका में भारतीय प्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद मिली है।”उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका में प्रवासी भारतीयों की संख्या 30 लाख से ज्यादा पहुंच चुकी है।”विदेश मंत्री ने भारतीय प्रवासियों से भारत-अमेरिका की साझेदारी को पूर्ण समर्थन देने का आह्वान किया।उन्होंने कहा, “कृपया इस साझेदारी को वह समर्थन देते रहें, जिसकी उसे आवश्यकता है। दोनों देश इस समर्थन के हकदार हैं और आपसे वह समर्थन अपेक्षित हैं।”उन्होंने कहा, “मैं आपसे वादा कर सकता हूं कि भारत-अमेरिका की यह रिश्ता चंद्रयान की तरह आगे बढ़ेगा और चांद या शायद इससे भी आगे तक जाएगा।”