ब्रिटिश संसद में PM मोदी के समर्थन में उतरे सुनक
गुजरात दंगों पर आई बीबीसी की डॉक्युमेंट्री का विवाद अब ब्रिटिश संसद तक पहुंच गया है। पाकिस्तान मूल के सांसद इमरान हुसैन ने संसद में इसका मुद्दा उठाया, जिसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी का बचाव किया। उन्होंने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष के चरित्र चित्रण से सहमत नहीं हैं।
सुनक ने डॉक्यूमेंट्री पर हुसैन के सवाल का जवाब का करारा जबाव दिया। उन्होंने कहा कि इस पर यूके सरकार की स्थिति स्पष्ट और लंबे समय से चली आ रही है और बदली नहीं है। आगे सुनक ने कहा, ‘निश्चित रूप से हम उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करते हैं, चाहे यह कहीं भी हो, लेकिन मैं उस चरित्र-चित्रण से बिल्कुल सहमत नहीं हूं, जो नरेंद्र मोदी को लेकर सामने रखा गया है।
डॉक्यूमेंट्री को सरकार ने बताया दुष्प्रचार का हिस्सा
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी द्वारा रिलीज डॉक्यूमेंट्री को लेकर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमें लगता है कि यह एक प्रोपोगेंडा का हिस्सा है। इसकी कोई वस्तुनिष्ठता नहीं है। उन्होंने इसे पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि ‘ध्यान दें कि इसे भारत में प्रदर्शित नहीं किया गया है।’
उन्होंने कहा कि यह फिल्म या डॉक्यूमेंट्री उस एजेंसी और व्यक्तियों का एक प्रतिबिंब है जो इस कहानी को फिर से फैला रहे हैं। यह हमें इस कवायद के उद्देश्य और इसके पीछे के एजेंडे के बारे में सोचने पर मजबूर करता है।
सीरीज पर भड़के ब्रिटिश MP
ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड के सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने बुधवार को अपने ट्वीट में बीबीसी को निशाने पर लिया। दरअसल, बीबीसी ने अपनी नई सीरीज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। जिसके बाद ब्रिटिश सांसद लॉर्ड रामी रेंजर ने बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया और भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करने के लिए बीबीसी की आलोचना भी की।
लॉर्ड रामी रेंजर ने अपने ट्वीट में लिखा कि “बीबीसी न्यूज, आपने भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत किया है और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित भारत के प्रधानमंत्री, भारतीय पुलिस और भारतीय न्यायपालिका की भी बेइज्जती की है। हम दंगों और लोगों की मौत की निंदा करते हैं लेकिन हम आपकी पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी निंदा करते हैं।”