Surya Tilak: क्या है Surya Tilak , जिसके जरिए रामलला के ललाट तक पहुंचीं किरणें
सूर्य तिलक के पीछे का साइंस
Surya Tilak:राम नवमी के अवसर पर अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में ‘सूर्य तिलक’ देखना बेहद यादगार रहा. सूर्य तिलक के आयोजन में सूर्य की किरणें रामलला के माथे पर पड़ती हैं, जिन्हें सूर्य के प्रकाश के तिलक तौर पर देखा जाता है. यह ना केवल अलौकिक दृष्टि से बल्कि साइंटिफिक तौर पर भी बेहद खास आयोजन रहा. इस अनोखी घटना के पीछे आकाशीय और साइंटिफिक कारणों ने अपना काम किया.
Surya Tilak: साइंस, इंजीनियरिंग ने कर दिया सम्भव
सीएसआईआर केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की की टीम ने भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान, बैंगलोर के परामर्श से मंदिर की तीसरी मंजिल से गर्भगृह तक सूर्य के प्रकाश को पहुंचाने के लिए एक तंत्र विकसित किया. गर्भगृह में सूर्य की रोशनी लाने के लिए विस्तृत संपूर्ण डिज़ाइन सीबीआरआई द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें आईआईए ऑप्टिकल डिजाइन के लिए अपना परामर्श प्रदान किया है. सूर्य तिलक के लिए राम मंदिर में ऑप्टो-मैकेनिकल प्रणाली लागू करने से पहले, रुड़की इलाके के लिए उपयुक्त एक छोटा मॉडल सफलतापूर्वक मान्य किया गया . मार्च 2024 में बेंगलुरु में ऑप्टिका साइट पर एक पूर्ण पैमाने के मॉडल को सफलतापूर्वक मान्य किया गया .
Ram Navami 2024: इस बार की रामनवमी है बेहद खास, इस मुहूर्त में करें भगवान राम की पूजा
Surya Tilak: क्या है सूर्य तिलक ?
सूर्य तिलक एक प्लान की गई खगोलीय घटना है जहां रामनवमी के दौरान सूर्य की किरणें रामलला के माथे पर पड़ती हैं, जो एक दिव्य तिलक का प्रतीक है. इसमें शीशों और लेंस का एक जटिल सेटअप शामिल है, जो सही समय पर सूर्य के प्रकाश को रामलला के माथे पर लाने का काम करता है. इस सेटअप को सटीकता के लिए डिजाइन किया गया है.
Surya Tilak: सूर्य तिलक में हुआ प्रयोग
शीशा और लेंस: इस सिस्टम में चार शीशे और चार लेंस हैं. इन्हें एक विशेष रूप से डिजाइन किए गए टिल्ट मैकेनिज्म के अंदर फिट किया गया है, जो सूर्य के प्रकाश को मंदिर के आंतरिक गर्भगृह तक लाने में मदद करता है.
पाइपिंग और टिल्ट मैकेनिज्म: सभी कंपोनेंट पीतल के पाइप के नेटवर्क के जरिए एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. टिल्ट मैकेनिज्म यानी झुकाव तंत्र सूर्य के प्रकाश को सही तरह से पकड़ने और डायरेक्शन बताने के लिए शीशों के एंगल को एडजस्ट करता है.
ऑप्टिकल क्वालिटी: यह सुनिश्चित करने के लिए कि सिस्टम कई सालों तक काम करता रहे और प्रभावी बना रहे, इस सिस्टम को बनाने में हाई क्वालिटी के टिकाऊ सामान का इस्तेमाल किया गया है. प्रकाश के बिखराव को कम करने के लिए अंदर की सतह पर कोटिंग की गई है. इसके अलावा टॉप अपर्चर (शीर्ष छिद्र) पर एक इन्फ्रारेड फिल्टर रामलला को गर्मी से बचाता है.
Like Us: www.facebook.com/tarunrath